इंटरनेशनल डेस्क. भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में फिर पाकिस्तान को फटकार लगाई है। बुधवार (5 जुलाई) को ब्रिटेन (लंदन) में हुई यूएनएससी की बैठक में पाक ने फिर जम्मू-कश्मीर का मसला उठाया। इस पर यूएन में भारत के मिशन काउंसलर आशीष शर्मा ने कहा कि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर हमेशा भारत का अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे। इस पर पाकिस्तान क्या सोचता, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ब्रिटेन में यूएनएससी के मेंबर्स चिल्ड्रन एंड आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट पर चर्चा में शामिल हुए थे। जिसमें पाक के डिप्लोमैट मुनीर अकरम ने अपने बयान में कश्मीर का मुद्दा उठाया। साथ ही कहा कि चिल्ड्रन एंड आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट पर UN सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस की नई रिपोर्ट में भारत का जिक्र नहीं किया गया, जो एक गलती है।
पाकिस्तान भटका रहा UNSC का ध्यान- भारत
पाक मिशन काउंसलर अकरम के इस बयान का जवाब देते हुए भारतीय डिप्लोमैट आशीष शर्मा ने कहा कि UNSC में एक डेलिगेशन ने मेरे देश के खिलाफ जहर उगला है, जो राजनीति से प्रेरित है। हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। जो लोग खुद कट्टरता में डूबे हुए हैं वो भारत के समाज और यहां रह रहे अलग-अलग समुदाय के लोगों की एकता को नहीं समझ सकते। हम इस तरह के बयान की कड़ी निंदा करते हैं। इस तरह के बयान से पाकिस्तान उनके देश में बच्चों के खिलाफ लगातार हो रहे अपराधों से परिषद का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है।
आतंकी गतिविधियों में बच्चों को शामिल करने पर जताई चिंता
इसके अलावा शर्मा ने वैश्विक आतंकवाद और आतंकी गतिविधियों में बच्चों को शामिल करने को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने और बच्चों की रक्षा के लिए हमें साथ मिलकर काम करना होगा। इसके लिए सभी मेंबर देशों को आतंकियों और उनको फंडिंग देने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना होगा। उन्होंने बच्चों के खिलाफ गंभीर अपराध करने वालों पर दया न करने की अपील की।
'भारत में बच्चों की रक्षा के लिए हो रहा बेहतर काम'
UN के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने चिल्ड्रन एंड आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट 2023 की रिपोर्ट से भारत का नाम हटा दिया था। इसके लिए उन्होंने भारत में बच्चों की रक्षा के लिए उठाए जा रहे बेहतर कदम का हवाला दिया था। उन्होंने कहा कि भारत सरकार बच्चों के लिए अच्छा काम कर रही है और हम उनके प्रयासों की सराहना करते हैं।
SCO में PM मोदी ने उठाया था आतंकवाद का मुद्दा
इससे पहले 4 जुलाई को संघीय सहयोग संगठन (SCO) समिट में भी PM मोदी ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया था। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा था कि कुछ देश आतंकवादियों को पनाह देते हैं। ये क्षेत्रीय शांति के लिए बड़ा खतरा है। आतंकवाद पर दोहरे मापदंड के लिए कोई जगह नहीं है। ऐसे मामलों में दोहरे मापदंड नहीं रखने चाहते। हमें आतंकवाद से मिलकर लड़ना होगा।