ISLAMABAD. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रिहा कर दिया गया। पाकिस्तानी शीर्ष अदालत ने अल-कादिर ट्रस्ट गबन मामले में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान की गिरफ्तारी को गैर-कानूनी बताते हुए तुरंत रिहाई का आदेश दिया। वहीं, इमरान ने अदालत में कहा कि मुझे बेहोश होने तक पीटा गया। कोर्ट ने इमरान से कहा कि वह अपने समर्थकों को हिंसा करने से रोकें। इस पर इमरान ने कहा कि रेंजर्स ने मुझे बेहोश होने तक पीटा। हम दंगा-फसाद नहीं, बल्कि चुनाव चाहते हैं। इमरान ने वादा किया कि दो दिन में देश में अमन कायम कर देंगे।
चीफ जस्टिस उमर बंदियाल की बेंच ने 11 मई को कहा, इस तरह अदालत से किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) एक घंटे में इमरान को कोर्ट में पेश करे। इसके करीब दो घंटे बाद इमरान की पेशी हुई तो पीठ ने उन्हें तुरंत रिहा करने का आदेश दे दिया। साथ ही, इमरान को 12 मई को इस्लामाबाद हाई कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया।
हिंसक प्रदर्शनों के बीच हजारों उपद्रवी गिरफ्तार
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद तीसरे दिन पेशावर, लाहौर, क्वेटा व कराची में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए। 11 मई को इमरान समर्थकों की पुलिस से झड़पें हुईं और आगजनी की गई। पंजाब में 1400 उपद्रवी गिरफ्तार हुए। अब तक 8 लोग हिंसा में मारे जा चुके हैं, जबकि पीटीआई ने 47 मौतों का दावा किया है। गिलगित-बाल्तिस्तान के कथित सीएम खालिद खुर्शीद को नजरबंद करने का भी दावा किया है।
इमरान की गिरफ्तारी पर भड़के चीफ जस्टिस
सुप्रीम कोर्ट को इमरान के वकील हामिद खान ने बताया कि पूर्व पीएम गिरफ्तारी से पहले जमानत की याचिका लेकर गए थे, लेकिन सुनवाई से पहले ही पैरामिलिट्री रेंजरों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस पर बेंच ने कहा कि कोई अदालत आता है तो वह एक तरह से कोर्ट में सरेंडर कर रहा होता है, ऐसे में कोर् केट ऑर्डर के बिना उसकी गिरफ्तारी अवैध है। कोर्ट ने ये भी कहा कि इस तरह तो भीड़ आकर कल किसी को भी अदालत से उठा ले जाएगी, ऐसे में कोर्ट की क्या गरिमा रह जाएगी। अगर इमरान को गिरफ्तार करना भी था तो अदालत की इजाजत लेनी चाहिए थी। सुनवाई के दौरान इमरान ने कहा कि उन्हें कोर्ट से गिरफ्तार नहीं, अगवा किया गया और लाठी-डंडों से पीटा गया।
उधर, सत्ताधारी पीएमएल-एन की नेता मरियम नवाज ने इमरान की रिहाई के आदेश को गलत बताते हुए कहा, अदालत ने देश का खजाना लूटने वालों को छोड़ा है। रिहा करने वाले जज सुप्रीम कोर्ट छोड़कर उनकी पार्टी में शामिल हो जाएं। जज डर गए हैं। वे जानते हैं कि अगर खान के विरुद्ध फैसला दिया तो उनके भी घर जलेंगे।
लाहौर-पेशावर में हालात खराब, 1500 इमरान समर्थकों पर केस
डॉन न्यूज के मुताबिक, लाहौर और पेशावर में हालात ज्यादा खराब हैं और वहां आगजनी-गोलीबारी की घटनाएं हुईं। पाकिस्तानी सेना ने अपने प्रतिष्ठानों पर हमले को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों को कड़ा जवाब देने की चेतावनी देते हुए कहा कि किसी को भी कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा।
पंजाब पुलिस ने इमरान समर्थकों और उनकी पार्टी के 1500 कार्यकर्ताओं पर लाहौर में सेना के एक टॉप अफसर के घर पर हमला करने और उसे आग लगाने के आरोप में केस दर्ज किया है। ये लोग 9 मई को सैन्य मुख्यालय में घुसे और लाहौर कोर कमांडर के आवास को आग लगा दी थी। ‘जिन्ना हाउस’ के नाम से मशहूर इस आवास पर हमले में इमरान खान, उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी और अन्य पर हत्या, आतंक फैलाने और 20 जघन्य अपराधों का मामला दर्ज किया गया है। उधर, पाकिस्तान की शीर्ष आईटी इकाई ने सरकार से देश में इंटरनेट सेवाओं को बहाल करने का आग्रह किया है। यह सेवा हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर निलंबित कर दी गई है।