ISLAMABAD. पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से हालात बिगड़ रहे हैं। देश में गृह युद्ध जैसी स्थिति है। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थक लाहौर, कराची, इस्लामाबाद समेत कई जगहों पर तोड़फोड़ कर रहे हैं। अब अपने नेता की गिरफ्तारी से बौखलाए पीटीआई समर्थकों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के लाहौर स्थित घर पर हमला कर दिया।
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी से जुड़े करीब 500 शरारती तत्व 10 मई को शहबाज के लाहौर स्थित आवास पहुंचे और वहां पार्किंग में खड़े वाहनों में आग लगा दी। पंजाब पुलिस के एक सीनियर पुलिस अफसर ने कहा कि इमरान समर्थकों ने शहबाज के आवास परिसर के भीतर पेट्रोल बम भी फेंके।
पाकिस्तान जल रहा है, पर पीएम की तरफ से भारत पर आरोप
इस बीच पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के विशेष सहायक अत्ता तरार ने दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और बीजेपी के तरफ से भेजे गए लोग पाकिस्तान में तोड़-फोड़ और आगजनी कर रहे हैं। शहबाज शरीफ के विशेष सहायक अत्ता तरार ने 10 मई को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि जो लोग तोड़-फोड़ और आगजनी कर रहे हैं, वो सारे भारत से आए है। ये लोग RSS और बीजेपी की ओर से भेजे गए है। इमरान खान की गिरफ्तारी के पीछे RSS और बीजेपी से जुड़े लोगों का हाथ है। इस घटना के बाद भारत में RSS और बीजेपी ने जश्न मनाया।
दो दिनों में 14 सरकारी बिल्डिंग्स फूंकीं
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, जब शहबाज शरीफ के आवास पर हमला किया गया, उस समय गार्ड वहां मौजूद थे। शरारती तत्वों ने वहां की एक पुलिस चौकी में भी आग लगा दी। इसके बाद भारी संख्या में पुलिसकर्मी वहां पहुंचे, जिसके बाद प्रदर्शनकारी वहां से चले गए। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने बीते 2 दिनों में पंजाब में 14 सरकारी इमारतों और 21 पुलिस वाहनों में आग लगाई है।
पाकिस्तान में फंसी भारतीय ब्रिज टीम को तुरंत निकलने को कहा
पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल के बीच भारतीय ब्रिज टीम वहां फंस गई है। 32 सदस्यीय भारतीय टीम लाहौर में चल रहे एशियन और मिडिल-ईस्ट ब्रिज टूर्नामेंट में हिस्सा लेने गई है। पाकिस्तान में भारतीय हाईकमीशन ने सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान के अधिकारियों से भारतीय खिलाड़ियों की सुरक्षा और जल्द वापसी सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है। उच्चायोग ने भारतीय ब्रिज टीम से जल्द से जल्द लाहौर से भारत वापस लौटने को कहा। यह टूर्नामेंट 5 मई को शुरू हुआ था और ये 13 मई तक चलना था। भारतीय टीम वाघा बॉर्डर से होते हुए पाकिस्तान गई थी।
फवाद चौधरी सुप्रीम कोर्ट के बाहर गिरफ्तार
इमरान की पार्टी पीटीआई ने कहा है कि उनके नेता फवाद चौधरी को इस्लामाबाद में सुप्रीम कोर्ट के बाहर गिरफ्तार किया गया है। पार्टी के बयान में कहा गया है कि चौधरी को इस्लामाबाद हाई कोर्ट द्वारा 12 मई तक सुरक्षात्मक जमानत दिए जाने के बावजूद गिरफ्तारी की गई।
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पाक सुप्रीम कोर्ट ने पीटीआई की याचिका खारिज की
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने किस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की उस याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें इमरान खान की गिरफ्तारी को 'कानूनी' करार देने के इस्लामाबाद हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई थी। याचिका पेश करने के बाद रजिस्ट्रार कार्यालय ने कुछ मिनट बाद वापस कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रजिस्ट्रार ऑफिस ने कहा कि पीटीआई प्रमुख ने सही मंच के तहत संपर्क नहीं किया। यह भी कहा कि याचिका में पीटीआई प्रमुख के साइन नहीं थे।
इमरान की गिरफ्तारी के बाद बढ़ रही हिंसा
9 मई को इमरान खान जब सुनवाई के लिए इस्लामाबाद हाई कोर्ट पहुंचे तो उन्हें पाकिस्तान की पैरामिलिट्री फोर्स ने गिरफ्तार कर लिया। इसका हिंसक विरोध शुरू हो गया। इमरान समर्थकों ने रावलपिंडी स्थित सैन्य मुख्यालय पर हमला कर दिया। साथ ही लाहौर में कॉर्प्स कमांडर के घर पर भी पीटीआई समर्थकों ने हमला बोला
सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा
इमरान की गिरफ्तारी के बाद से ही हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी है। हिंसा में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। पेशावर में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां रेडियो पाकिस्तान की इमारत में आग लगा दी गई है और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। पंजाब प्रांत में फौज तैनात कर दी गई है। इस पर पीएम शहबाज ने कहा कि इमरान ने कानून की धज्जियां उड़ाई हैं। इमरान और पीटीआई समर्थकों ने तोड़फोड़ की, आगजनी की। इमरान के समर्थकों ने देशवासियों को खतरे में डाला। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई भी शख्स कानून अपने हाथ में लेता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
कोरमा, कोक, भिंडी और मोर तक लूट ले गए लोग
पाकिस्तान में इमरान समर्थकों के उपद्रव के कई जगह से लूटपाट के वीडियो भी सामने आए हैं। लाहौर में सेना के कोर कमांडर के घर हिंसा और आगजनी के बाद पीटीआई के कार्यकर्ता फ्रिज से कोरमा, कोक, भिंडी भी लोग उठा ले गए। इतना ही नहीं एक वीडियो में एक व्यक्ति मोर भी ले जाता हुआ दिखा था।
सेना के ‘डर्टी हैरी’ अफसर पर इमरान ने लगाए थे गंभीर आरोप
कुछ समय पूर्व पोस्ट किए गए एक वीडियो में इमरान ने फैसल नसीर नाम के एक ऐसे व्यक्ति के बारे में बताया था, जिसको उन्होंने 'ब्रिगेडियर' या 'डर्टी हैरी' कहा था।
इमरान ने दावा किया कि यह व्यक्ति उन पर पिछले दिनों हुई हत्या की कोशिशों में शामिल था। फैसल नसीर को 1992 में पाकिस्तानी सेना में नियुक्त किया गया था। उन्हें हाल ही में अक्टूबर में ब्रिगेडियर रैंक से मेजर जनरल के पद पर प्रमोशन दिया गया। बलूचिस्तान और सिंध में अपनी भूमिका के लिए नसीर को 'सुपर जासूस' के रूप में भी जाना जाता रहा है।