NEW DELHI. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बातचीत के लिए संदेश तो भेजा लेकिन चंद घंटे बाद ही पीएमओ ने सोशल मीडिया पर यह बयान जारी किया कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की बात को गलत तरीके से लिया गया है। भारत से बातचीत तभी हो सकती है जब कश्मीर में 370 बहाल होगी। बता दें कि पाक पीएम ने कहा था कि भारतीय लीडरशिप और पीएम मोदी को मेरा संदेश है कि आइए मेज पर बैठते हैं और कश्मीर जैसे मसलों पर समझदारी से बात करते हैं।
यह हम पर है कि शांति रहें या लड़ते रहें
पाक पीएम ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान पड़ोसी देश हैं उन्हें एकदूसरे के साथ ही रहना है। यह हम पर है कि हम शांति के साथ रहे, तरक्की करें या लड़ते रहें। हमने भारत के साथ 3 युद्ध लड़ें, इससे लोगों को केवल गरीबी और बेरोजगारी ही मिली। हमने अपना सबक सीख लिया है। हम शांति के साथ रहना चाहते हैं। अपनी वास्तविक परेशानियों को सुलझाना चाहते हैं
दुनिया में संदेश जाए कि भारत बातचीत को तैयार
शहबाज ने कहा कि कश्मीर में हर वक्त मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। धारा 370 के तहत कश्मीरियों को जो अधिकार मिले थे वे भारत ने ले लिए हैं। अगस्त 2019 में स्वायत्ता खत्म कर दी गई। ये सब हर हाल में रुकना चाहिए ताकि दुनिया में यह मैसेज जाए कि भारत बातचीत के लिए तैयार है।
न्यूक्लियर बमों की भी कही बात
शहबाज ने कहा कि हम दोनों ही न्यूक्लियर पावर्स हैं। पूरी तरह हथियारों से लैस हैं। ऊपर वाला न करे कि कोई जंग हो। ऐसा हुआ तो कौन जिंदा बचेगा, ये बताने के लिए क्या हुआ था। शहबाज ने कहा कि हम गरीबी खत्म करना चाहते हैं। तरक्की और खुशहाली चाहते हैं। हम अपने संसाधन बम और गोला-बारूद पर बर्बाद नहीं करना चाहते।
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शहबाज की गिड़गिड़ाहट पर पाक पीएमओ की सफाई
पाकिस्तान में शहबाज शरीफ के भारत के सामने गिड़गिड़ाने का मामला गर्माया तो पाक पीएमओ ने सोशल मीडिया के मार्फत सफाई देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने वही कहा है जो पाकिस्तान की पॉलिसी है। कश्मीर समेत तमाम मुद्दों पर बातचीत से हल निकलना चाहिए। कश्मीर में 2019 से पहले की स्थिति बहाल करनी होगी। इस मसले का हल यूएन रिजोल्यूशन्स और जम्मू-कश्मीर की आवाम की इच्छा के तहत होना चाहिए।
पाकिस्तान मीडिया ने की थी भारत की तारीफ
इससे पहले पाक मीडिया भारत की तरक्की का गुणगान कर चुका है। वहीं पाकिस्तान को हर हाल में 6 अरब डॉलर के कर्ज की दरकार है। जो आईएमएफ ने अटका कर रखा है। ऐसे में पाक पीएम की बातचीत की पेशकश और उसके कुछ घंटे बाद ही पलटने से उसकी एक बार फिर किरकिरी हो रही है।