International Desk. पाकिस्तान में इन दिनों दो ही मुद्दे अहम हैं, बढ़ती महंगाई और पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी। इमरान को अरेस्ट करने पुलिस उनके घर पहुंची तो समर्थकों ने हंगामा और धक्कामुक्की शुरू कर दी। समर्थक लाठी-डंडे लेकर पुलिस के सामने डटे रहे। इमरान खान को एक महिला जज को धमकी देने और तोशाखाना मामले में कोर्ट के समक्ष पेश नहीं होने पर दो गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं।
वारंटों के चलते इमरान खान को आज नहीं तो कल गिरफ्तार होना ही है। सोमवार को पुलिस हेलीकॉप्टर के जरिए इमरान को अरेस्ट करने पहुंची थी। लेकिन एक बार फिर इमरान खान अपने घर से चुपचाप निकलकर एक रैली को संबोधित करने पहुंच गए। समर्थकों के हुजूम के बीच उन्हें अरेस्ट करना पुलिस के लिए कठिन हो गया।
आज भी पुलिस उसी फिराक में इमरान के घर पहुंची थी। लेकिन समर्थक फिर आड़े आ गए हैं। मरियम नवाज शरीफ ने बयान दिया है कि समर्थकों के कोहराम में कोई भी पुलिस वाला घायल हुआ तो इसकी जिम्मेदारी इमरान खान की होगी। फिलहाल मौके पर बड़ी हिंसा होने की आशंका है।
असल में इमरान की पार्टी पीटीआई के नेता शाहबाज गिल को बीते साल राजद्रोह के आरोप में अरेस्ट किया गया था। शाहबाज की रिमांड बढ़ाने की एप्लीकेशन को जज जेबा चौधरी ने मंजूरी दे दी थी। इमरान खान ने एक रैली में कहा था कि जज जेबा चौधरी जानती थीं कि पीटीआई के नेता शाहबाज गिल को जेल में टॉर्चर किया गया लेकिन उन्हें जमानत नहीं दी। इसके बाद इमरान ने जज जेबा चौधरी को देख लेने की धमकी दी थी।
प्रधानमंत्री पद से हटते ही इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वे शहबाज शरीफ सरकार और पूर्व आर्मी चीफ बाजवा पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। इमरान खान पाकिस्तान में जल्द चुनाव की मांग कर रहे हैं। उन पर एक जानलेवा हमला भी हो चुका है। अब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।यदि इमरान खान गिरफ्तार हो जाते हैं तो उनकी पार्टी पीटीआई की सारी उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा।