SWEDEN. अमेरिकी संसद में इस्लाम की पवित्र किताब कुरान को जलाने की घटनाएं सामने आने के बाद से एक प्रस्ताव पेश किया गया है। इस प्रस्ताव को टेक्सस के सांसद अलग्रीन ने पेश किया। प्रस्ताव के अनुसार इस्लाम धर्म शांति बनाए रखने वाला धर्म है और इसे प्रमुख धर्म के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए। इसके लिए रशीदा तलीब, इल्हान उमर और आंद्रे कार्सन जैसे सांसदों ने अपना समर्थन दिया है।
अलग्रीन ने किया था ट्रंप के फैसले का विरोध
आपको बता दें कि टेक्सस के सांसद पाकिस्तान कॉकस के भी सदस्य हैं। सांसद अलग्रीन ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का विरोध किया था, जब डोनाल्ड ने इस्लाम को एक कट्टरपंथी धर्म के रूप में ब्रांड करने का प्रयास किया था।
इस्लाम प्रस्ताव में क्या-क्या कहा गया ?
प्रस्ताव में मुस्लिम पक्ष की भावनाओं का ध्यान रखते हुए कहा गया है कि अमेरिका में इस धर्म के लिए लोगों को और ज्यादा सम्मान बढ़ाना चाहिए। आपको बता दें कि सदन में पहली बार प्रस्ताव 28 जुलाई को पेश किया गया था। इस प्रस्ताव में मुस्लिम समुदाय से जुड़ी परंपराओं का जिक्र है जिसमें बताया गया है 'ईश्वर की इच्छा के प्रति समर्पण और शांति है'।
जून में स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने जलाई गई थी कुरान
जून के महीने में स्वीडन में स्टॉकहोम सेंट्रल मस्जिद के सामने कुरान जलाई गई। जब सलवान मोमिका नामक एक इराकी शरणार्थी ने एक अन्य शख्स के साथ मिलकर मुसलमानों के पर्व बकरीद पर ऐसा किया था। उसके बाद जुलाई के महीने में सलवान ने इराकी दूतावास के बाहर कुरान को अपने पैरों से कुचला था, इसके साथ ही ईराक के झंडे से अपने जूते साफ किए थे। इस पर मुस्लिम समाज ने बहुत नाराजगी जताई थी। ये सब यहां तक सामित नहीं था, इस घटना के बाद सोमवार को फिर से यही दोहराया गया। जब कुरान को राजधानी स्टॉकहोम में स्वीडन की संसद के सामने जलाया गया।
कुरान जलाने पर सऊदी अरब ने जाहिर की निराशा
कुरान जलाने के मामले में सोमवार को इस्लामिक देशों के सबसे बड़े संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन ने एक बैठक बुलाई, जिसमें सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने निराशा जाहिर की।