NEW DELHI. मोदी सरकार के एक मंत्री का काम करने का एक रोचक तरीका सामने आया है। दिल्ली से कोलकाता जा रही फ्लाइट में एक यात्री ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (railway Minister Ashwini Vaishnav) को टिशू पेपर (tissue paper) पर बिजनेस का प्रपोजल (Proposal) भेजा। उसके विमान से उतरते ही बुलावा आ गया। अब उस यात्री ने मंत्री का शुक्रिया किया है।
जानें किसने भेजा प्रपोजल
दिल्ली से कोलकाता जा रही फ्लाइट में एक यात्री ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को बिजनेस का प्रपोजल भेजा, जो बाद में मंजूर हो गया। यात्री को लगा था कि सिक्योरिटी प्रोटोकॉल के कारण वह अपनी बात सीधे रेलमंत्री तक नहीं पहुंचा सकता। उसने टिशू पेपर पर प्रपोजल लिखकर रेलमंत्री तक पहुंचाया। वह आश्वसत नहीं था कि उसके प्रस्ताव पर रेलमंत्री की मुहर लग जाएगी। जब फ्लाइट ने कोलकाता में लैंडिंग की तो छह मिनट बाद ही उसे प्रपोजल पर आगे की बातचीत के लिए बुलावा आ गया।
... फ्लाइट से उतरते ही कॉल आया
यह मामला दो फरवरी का है। उस दिन अक्षय सतनालीवाला नाम के आंत्रप्रेन्योर दिल्ली से कोलकाता जा रही फ्लाइट में सफर कर रहे थे। वह एक वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी के निदेशक हैं। फ्लाइट में रेलमंत्री भी सफर कर रहे थे। टिशू पेपर पर उन्हें बिजनेस आइडिया भेजने वाले अक्षय को पूर्वी रेलवे के मुख्यालय से जनरल मैनेजर मिलिंद देउसकर के ऑफिस का कॉल आया।
क्या है मामला ?
इसके बाद ईस्टर्न रेलवे के हेडक्वॉर्टर में मीटिंग हुई। इसमें दोनों के बीच इस बात पर चर्चा हुई कि अलग-अगल इंडस्ट्रीज के सॉलिड वेस्ट, किस तरह देश के विभिन्न हिस्सों में खरीदार तक पहुंचाया जा सकता है। छत्तीसगढ़ के रायपुर से ओडिशा के राजगंगापुर तक ऐसा किया जा सकता है। पूर्वी रेलवे ने कहा कि यह कल्पना से परे है कि फ्लाइट में सफर के दौरान एक यात्री ने टिशू पेपर पर नए व्यापारिक संबंधों के लिए बड़ा और प्रभावी बिजनेस मॉडल शेयर किया। हम इस प्रयास से खुश हैं।
बड़ी मात्रा में कचरा डंप करने में मिलेगी मदद
अक्षय सतनालीवाला काफी समय अपने बिजनेस आइडिया को एग्जीक्यूट करना चाहते थे, लेकिन कई कारणों से संभव नहीं हो पा रहा था। रेलवे के जनरल मैनेजर ने बताया कि सतनालीवाला ने परिवहन के सस्ते साधन के तौर पर रेल मार्ग के माध्यम से ठोस और अन्य वेस्ट मैटेरियल ले जाने के लिए लचीली शर्तों की पेशकश की है। इससे बड़ी मात्रा में कचरे को डंप करने में मदद मिलेगी।