बगदाद में 29 जुलाई को दो रॉकेट से हमला किया गया। ये रॉकेट बगदाद के ग्रीन जोन में दागे गए जहां अमेरिकी दूतावास है। इस हमले में कोई नुकसान नही हुआ। ये हमले उस समय किए गए जब इराकी प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कादिमी वॉशिंगटन से इराक लौट रहे थे। वे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात करने गए थे, जहां बाइडेन ने ऐलान किया वे इराक में अमेरिकी सैन्य ऑपरेशन को आगे नहीं बढ़ाएंगे।
अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ जंग जारी रखेगा
कुछ ही दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की थी कि एमेरिका 2021 के अंत तक इरान से अपनी सेना वापस बुला लेगा। बाइडेन ने यह भी कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ जंग जारी रखेगा। फिलहाल इराक में 2500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी सेना को लेकर यह जो बाइडेन का दूसरा बड़ा ऐलान है। इससे पहले उन्होंने अफगानिस्तान से अमेरिका सेना को वापस बुलाया था।
अमेरिकी सेना ने हटाया सद्दाम हुसैन को
अमेरिकी सेना ने 2003 में इराक पर कब्जा कर लिया था और तत्कालीन राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को गद्दी से हटा दिया। अमेरिका ने जब इराक पर कब्जा किया था तो कारण बताया था कि इराक में सामूहिक विनाश के हथियार हैं जिन्हें नष्ट किया जाना जरूरी है। लेकिन वहां से सेना को कोई भी हथियार नही बरामद हुए थे। 2011 में अमेरिका ने अपनी सेना को वापस बुला लिया। 2014 में इस्लामिक स्टेट के आतंकियों से लड़ने के लिए, इराक सरकार ने अमेरिकी सेना को वापस बुलाया था।