इंटरनेशनल डेस्क. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को 10 महीने से ज्यादा हो चुके हैं। इस युद्ध की वजह से पूरी दुनिया में हलचल है। कई देश महंगाई की मार झेल रहे हैं। रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण की पूरी दुनिया में निंदा हो रही है। भारत सहित कई देश रूस से युद्ध पर विराम लगाने की अपील कर चुके हैं। इन सबकी अनदेखी करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने अफसरों को आदेश दिया है कि वे यूक्रेन के खिलाफ किए गए हमलों की डॉक्यूमेंट्री फिल्मों की सीरीज को देश के सिनेमा में प्रदर्शित करना शुरू करें।
क्रेमलिन ने संस्कृति मंत्रालय के दिए आदेश
राष्ट्रपति पुतिन ने आदेश दिया कि यूक्रेन में रूस ने जिस तरह से जंग छेड़ी है, उसे सिनेमा हॉल में देशवासियों को दिखाया जाए, जिससे लोगों को रूसी शासन की 'नव-नाजी' विचारधारा के खिलाफ लड़ाई के बारे में पता चल सके। क्रेमलिन ने कहा है कि रूस के संस्कृति मंत्रालय को एक फरवरी तक इस आदेश को लागू करना होगा।
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रूस ने यूक्रेन के बूचा से लेकर मारियूपोल तक किए हमले
रूसी सेना ने यूक्रेन के अलग-अलग क्षेत्रों में आम नागरिकों के साथ क्रूरता की। बड़ी संख्या में यूक्रेन के लोगों ने अपना देश छोड़ दिया। रूस ने बूचा से लेकर मारियूपोल तक भीषण रॉकेट से हमले किए। सबसे ज्यादा यूक्रेन के बिजली संयंत्रों को निशाना बनाया गया, जिस कारण यूक्रेन के कई शहर अंधेरे में डूबे रहे।
यूक्रेन पर हमले तेज करने की तैयारी में रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा है कि रूस ईरानी निर्मित हमले वाले ड्रोन का उपयोग करके हमले तेज करने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि अपने 63 सैनिकों की मौत के बाद अपनी युद्धक्षेत्र नीति को हिला देने के महीनों बाद रूस कीव पर दबाव बनाने के नए तरीकों की तलाश कर रहा था। जेलेंस्की ने अपने वीडियो संबोधन में कहा, हमारे पास जानकारी है कि रूस शाहिद (विस्फोटक ड्रोन) हमले की योजना बना रहा है।