पिछले 41 दिनों से रूस यूक्रेन युद्ध जारी है। रूसी सेना धीरे-धीरे यूक्रेन के कुछ इलाकों से पीछे हट रही है। जिसके बाद इन जगहों की तबाही का मंजर सामने आ रहा है। बुचा शहर में जगह-जगह बिखरी लाशों ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। उधर, यूक्रेन के प्रॉसिक्यूटर जनरल का कहना है कि बोरोड्यांका शहर के हालात बुचा से भी बदतर हैं। हालांकि, उन्होंने मरने वालों का आंकड़ा नहीं दिया। एक बार युद्ध के इस भयावह मंडर पर नजर डालते हैं।
बूचा नरसंहार और लाशों का पहाड़
यूक्रेन में चल रही जंग की अब तक की सबसे भयानक तस्वीर है बूचा नरसंहार। रूसी सैनिकों के जाने के बाद यहां एक साथ 400 से ज्यादा लाशें मिली। इन लोगों को मारने से पहले इनके साथ जो बर्बरता की गई उसे जानकर कोई भी सिहर उठेगा। बूचा में हुए नरसंहार में ज्यादातर लाशों के हाथ बंधे हुए थे और उनके माथे पर गोली मारी गई थी। यानि, मारने से पहले उनके हाथ बांधकर उन्हें यातनाएं दी गई थीं। अब इन लाशों को दफनाने के लिए 45 फीट लंबी कब्र कीव में खोदी गई है।
हत्यारे, बलात्कारी और लुटेरे
इस नरसंहार के लिए रूस को आरोपी ठहराया जा रहा है। बूचा से यह तस्वीर सामने आने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी सैनिकों को हत्यारा बताया। उन्होंने कहा- रूसी सैनिक हत्यारे हैं। बलात्कारी हैं। लुटेरे हैं। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूसी सैनिक जिन शहरों को छोड़कर जा रहे हैं, वे उसके पीछे एक भयानक मंजर छोड़ते जा रहे हैं। ज्यादातर लाशें वहां मिल रही हैं, जिन इलाकों को रूसी सैनिकों ने अपना अड्डा बनाया था।
मैरियूपोल बन गया खंडहर
जंग में रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को नुकसान पहुंचाया है। अधिकतर इमारतें तबाह हो चुकी हैं। हालांकि, सबसे ज्यादा नुकसान पोर्ट सिटी मैरियूपोल को हुआ है। कि रूसी हमलों में मैरियूपोल 90 प्रतिशत तबाह हो चुका है। इस शहर पर कब्जे के लिए अभी भी रूस और यूक्रेन के सैनिकों के बीच गोलीबारी हो रही है।
बोरोड्यांका शहर में 355 कुत्तों की मौत
रूसी हमले की वजह से इंसान तो इंसान जानवरों को भी जान का नुकसान उठाना पड़ा है। जानवरों के लिए काम करने वाले संगठन यूएनिमल्स के मुताबिक, बोरोड्यांका शहर में खाना और पानी नहीं मिलने से एनिमल शेल्टर होम में 355 कुत्तों की मौत हो गई।