इंटरनेशनल न्यूज. भारत में अगले महीने ( सितंबर) में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भाग नहीं ले रहे हैं। बताया जा रहा है इंटरनेशनल क्रिमनल कोर्ट (आईसीसी) ने पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। आशंका जताई जा रही है, पुतिन के विदेश यात्रा करते समय उन्हें गिरफ्तार ना कर लिया जाए! हालांकि, रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि उनका ध्यान एक विशेष सैन्य अभियान पर है, इसलिए सम्मेलन में पहुंचने के लिए योजना नहीं बना रहे हैं।
आईसीसी ने पुतिन के खिलाफ जारी किया अरेस्ट वारंट
इंटरनेशनल क्रिमनल कोर्ट (आईसीसी) ने पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है। हालांकि, क्रेमलिन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। इसका मतलब ये है कि विदेश यात्रा करते समय व्लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार किए जाने का जोखिम है।
ब्रिक्स सम्मेलन में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया
जानकार बताते हैं कि इसी वजह से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बीते बुधवार, 23 अगस्त को दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के नेताओं की एक सभा में व्यक्तिगत रूप से नहीं, बल्कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भाग लिया था। इस मौके पर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर यूक्रेन में डोनबास क्षेत्र में रहने वाले लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ने का आरोप लगाते हुए कहा था कि रूस का विशेष सैन्य अभियान उस युद्ध को समाप्त करने के लक्ष्य को लेकर है।
पश्चिमी देशों की मंशा के कारण यूक्रेन में गंभीर संकट पैदा हुआ
रुसी राष्ट्रपति पुतिन ने यह भी कहा कि दुनिया में अपना आधिपत्य बनाए रखने की कई पश्चिमी देशों की इच्छा के कारण यूक्रेन में गंभीर संकट पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि रूस ने उन लोगों का समर्थन करने का फैसला किया है जो अपनी संस्कृति, अपनी परंपराओं, अपनी भाषा और अपने भविष्य के लिए लड़ रहे हैं।