इंटरनेशनल डेस्क. दक्षिण कोरिया ने घोषणा की है कि वह 2028 तक अपना 6जी नेटवर्क लॉन्च करेगा। साउथ कोरिया के साइंस मिनिस्टर लिम हाय ने कहा कि उनका देश साल 2028 तक 6G नेटवर्क को रोलआउट कर देगा। 6G नेटवर्क की स्पीड मौजूदा नेटवर्क से 50 गुना ज्यादा होगी। मतलब अगर अभी 5G स्पीड 1Gbps है, तो 6G नेटवर्क के रोलआउट के बाद इंटरनेट स्पीड 50Gbps हो जाएगी। 6G नेटवर्क का कवरेज एरिया 10 किमी होगा। गौरतलब है, 5जी पेटेंट्स के मामले में दक्षिण कोरिया दुनिया के सबसे अग्रणी देशों में शामिल है। वहीं भारत ने भी 6G टेक्नोलॉजी विकसित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। भारत सरकार ने इसके लिए टास्क फोर्स बना दिया है, जो आईआईटी मद्रास के साथ मिलकर 6G विकसित करने पर काम शुरू कर दिया है।
6G नेटवर्क के लिए मैटेरियल और कंपोनेंट बनाने देंगे सब्सिडी
बता दें कि साउथ कोरिया दुनिया का पहला देश था, जिसने साल 2019 में सबसे पहले कॉमर्शियली 5G नेटवर्क को रोलआउट किया था। साथ ही सबसे फास्ट 5G नेटवर्क को उपलब्ध कराया था। साउथ कोरियाई सरकार ने लोकल कंपनियों को 6G नेटवर्क के लिए मैटेरियल और कंपोनेंट बनाने वाली कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी का ऐलान किया है। साथ ही साउथ कोरिया ने नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए सप्लाई चेन मजबूत करने पर काम कर रही है। साउथ कोरियाई सरकार ने 6G के लिए 482.1 मिलियन डॉलर बजट का ऐलान किया है। साउथ कोरिया वर्ल्ड क्लास 6G टेक्नोलॉजी बनाना चाहती है।
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एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है दक्षिण कोरिया
दक्षिण कोरिया का लक्ष्य बाकी दुनिया को 6G तकनीक से मात देना है। दक्षिण कोरिया एशिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 2022 में 5G पेटेंट के 25.9% के लिए जिम्मेदार है। सरकार को उम्मीद है कि वह प्रतियोगिता के बीच 6G पेटेंट में 30% या उससे अधिक की वृद्धि कर सकती है। एरिक्सन चीन प्रौद्योगिकी विभाग के उप महाप्रबंधक झांग योंगताओ के अनुसार, 6जी वर्चुअल और वास्तविकता को एकजुट करेगा। उनका सुझाव है कि 6G होलोग्राफिक कम्युनिकेशन को साइंस फिक्शन को वास्तविकता में लाएगा।