SEOUL. साउथ कोरिया की राजधानी सियोल में शनिवार देर रात हैलोवीन फेस्टिवल के दौरान भगदड़ मच गई। इटावोन टाउन में हुए इस हादसे में 151 लोगों की मौत हो गई। साथ ही कुचलने के चलते भी भारी संख्या में लोग मारे गए। रिपोर्ट के मुताबिक एक साथ 50 लोगों को दिल का दौरा पड़ा है। वहीं भगदड़ में 97 महिलाओं समेत कुल 151 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 150 अन्य घायल हो गए। दमकल अधिकारियों ने बताया कि रविवार तड़के तक कुल 151 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और 150 अन्य घायल हो गए हैं। मृतकों में ज्यादातर 18-20 साल के युवा हैं। मृतकों में 19 विदेशी नागरिक हैं। इनमें 3 चीन के नागरिक थे। ऐसे कई पर्यटक घायल भी हैं। इटावोन इलाके को इसकी नाइट लाइफ के लिए जाना जाता है। यहीं हैलोवीन के दौरान हादसा हुआ। कोरोना महामारी के बाद ये पहला नो मास्क हैलोवीन था। भगदड़ वाले क्षेत्र में 346 अग्निशामकों सहित कुल 848 कर्मियों को बचाव कार्य में लगाया गया था। बताया जा रहा है कि हादसे वाली जगह पर लोगों की संख्या एक लाख पहुंच गई थी, जिससे यह हादसा हुआ है।
कोरोना के साइड इफेक्ट.. अभी तक भारत में नाचते, गाते, हंसते, खेलते लोगों को कार्डियक अरेस्ट से जान गंवाते देखा. ये वीडियो साउथ कोरिया का है जहां हेलोवीन उत्सव में डांस कर रहे सैकड़ों लोगों को कार्डियक अरेस्ट हुआ.. 100 लोग गंभीर बताए जा रहे हैं.. #Halloween2022 #HalloweenHavoc pic.twitter.com/aaY9TK87Wc
— Vivek K. Tripathi (@meevkt) October 29, 2022
दर्जनों लोगों को एक साथ दिया गया
इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि सांसें वापस लाने के लिए कैसे लोग सीपीआर देने की कोशिश कर रहे हैं। सियोल के इटावन में जहां कार्यक्रम हो रहा था और जिस जगह पर हादसा हुआ है वहां गली इतनी तंग थी कि लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल हो रहा था. इसी वजह से कई लोग बेहोश हुए तो कई लोगों को हार्ट अटैक भी आया. इटावन में कई एम्बुलेंस पहुंचीं, लेकिन संकरी गली होने की वजह से घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी थीं। घटनास्थल के एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि अफरा-तफरी के बीच कैसे अपने लोगों को सीपीआर देने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के लोग भी बेहोश हुए लोगों को सीपीआर दे रहे हैं.
संकरी ढलान वाली गली में जुटे थे हजारों लोग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा शनिवार शाम को प्रसिद्ध नाइटलाइफ में हैमिल्टन होटल के पास एक संकरी ढलान वाली गली में हुआ। वहां पार्टी करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी. हैलोवीन पार्टियों के लिए हजारों लोग क्षेत्र का दौरा कर रहे थे। अधिकारियों ने यह भी कहा कि दुर्घटना से सबसे अधिक प्रभावित आयु वर्ग के पीड़ितों की उम्र 20 वर्ष है। दमकल अधिकारियों को शुरू में इटावन क्षेत्र के लोगों से सांस लेने में कठिनाई वाले रोगियों के बारे में दर्जनों रिपोर्ट मिलीं। घटनास्थल पर भेजे गए बचावकर्मियों ने पास की सड़क पर दर्जनों पीड़ितों को सीपीआर दिया था।
कई अफवाह भी उड़ी
घटनास्थल पर अफवाह थी कि एक सेलिब्रिटी को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी या क्लबों में ड्रग्स से लदी कैंडी बांटी गई थी, लेकिन दुर्घटना का सही कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है।
राष्ट्रपति ने की आपात बैठक
राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि भगदड़ के तुरंत बाद राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने लगातार दो आपातकालीन बैठकों की अध्यक्षता की, जिससे अधिकारियों को प्राथमिक उपचार और घायलों का इलाज करने का आदेश दिया गया। अधिकारियों को इटावन में आपातकालीन चिकित्सा अधिकारियों को तैनात करने और आपातकालीन बिस्तरों को सुरक्षित करने का भी आदेश दिया। यूं ने अधिकारियों को दुर्घटना के कारणों की पूरी तरह से जांच करने का निर्देश दिया। वहीं प्रधानमंत्री हान डक-सू ने अधिकारियों को नुकसान को कम करने के लिए हर संभव प्रयास करने का निर्देश दिया।
3 साल बाद हो रहा था आयोजन
साउथ कोरिया में 3 साल बाद इस पार्टी का आयोजन किया जा रहा था क्योंकि कोविड संक्रमण की वजह से लगे प्रतिबंधों के चलते बीते 3 साल से इस पार्टी पर भी रोक लगी थी। पार्टी में शामिल होने वाले अधिकतर लोगों ने मास्क और हैलोवीन की ड्रेस पहन रखी थी। चश्मदीदों ने बताया कि जैसे-जैसे शाम गहरी होती गई भीड़ अनियंत्रित होने लगी। इस दौरान 50 से अधिक लोगों को एक साथ हार्ट अटैक आया था। बताया जा रहा है कि मरने वालों में ज्यादातर युवा और वयस्क हैं। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने इटावन में हुई भगदड़ के बाद राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
क्या है हैलोवीन फेस्टिवल
हैलोवीन की शुरुआत सबसे पहले आयरलैंड और स्कॉटलैंड से हुई थी। ईसाई समुदाय के लोगों में हैलोवीन डे को लेकर मान्यता है कि भूतों का गेटअप करने से पूर्वजों की आत्माओं को शांति मिलती है। ईसाई समुदाय में 31 अक्टूबर को सेल्टिक कैंलेंडर का आखिरी दिन माना जाता है। इसी दिन हैलोवीन फेस्टिवल मनाया जाता है। पश्चिमी देशों में लोग हैलोवीन डे को बड़े उत्साह से मनाते हैं. इस दिन लोग डरावनी वेशभूषा के साथ पार्टी करते हैं। पश्चिमी और यूरोपियन देशों में इस दिन लोग अपने दोस्तों रिश्तेदारों और पड़ोसियों आदि के साथ मिलकर कई गेम खेलते हैं।
भारत में भी हो रहा लोकप्रिय
विदेशों में मनाया जाने वाला हैलोवीन फेस्टिवल अब धीरे-धीरे भारत में भी लोकप्रिय होता जा रहा है। पार्टियों में भूत और चुड़ैल के गेटअप में नजर आने का क्रेज बढ़ रहा है। हैलोवीन डे हर साल अक्टूबर माह के आखिरी दिन मनाया जाता है। अमेरिकी देशों में ये उत्सव पूर्वजों की याद में मनाया जाता है. इस साल हैलोवीन डे 31 अक्टूबर 2022 यानी सोमवार को मनाया जाएगा. हैलोवीन का इतिहास लगभग 2000 या उससे भी अधिक साल पुराना है। हजारों साल पहले पूरे उत्तरीय यूरोप के देशों में 1 नवंबर को प्रसिद्ध धार्मिक त्यौहार 'आल सेट्स डे' के नाम से मनाया जाता था. जो अब हैलोवीन ईव के नाम से जाना जाता है. शनिवार को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में इसी हैलोवीन पार्टी के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें 151 लोगों की मौत हो गई।
हैलोवीन का कद्दू से क्या है कनेक्शन?
इस त्योहार पर कभी लोग कद्दू को खोखला करके उसमें डरावने चेहरे बनाते थे। फिर उसके भीतर जलती हुई मोमबत्ती रख देते थे जिससे अंधेरे में ये डरावने दिखें। इन्हें ही हैलोवीन कहा जाता था। कई देशों में ऐसे हैलोवीन को घर के बाहर अंधेरे में पेड़ों पर लटकाया जाता है जो पूर्वजो का प्रतीक होता है। फिर त्योहार खत्म होने के बाद कद्दू को दफना दिया जाता है।