International Desk. मैसूर के शासक टीपू सुल्तान की तलवार की नीलामी लंदन में हो गई। इस तलवार को 143 करोड़ रुपए की बोली लगाकर खरीदा गया है। नीलामी करने वालों को उम्मीद से 7 गुना बढ़कर इसके दाम मिले हैं। जिसके बाद यह तलवार अब तक सबसे महंगी बिकने वाली भारतीय और इस्लामिक वस्तु बन चुकी है।
ऑक्शन हाउस बोन्हसम की साइट से मिली जानकारी के मुताबिक टीपू सुल्तान की हार के बाद उनके शयनकक्ष से इस तलवार को निकाला गया था। यह तलवारी टीपू को बेहद पसंद थी। इस तलवार का हैंडल सोने का है और जिस पर शासक की तलवार लिखा हुआ था।
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जर्मन ब्लेड से प्रेरित होकर बनाई गई थी
बताया जाता है कि मुगलों के हथियार निर्माताओं ने टीपू सुल्तान की तलवार जर्मन ब्लेड देखकर बनाई थी। जिसे 16वीं सदी में भारत भेजा गया था। तलवार के हैंडल पर सोने की नक्काशी थी। ऑक्शन हाउस के निमा साघार्ची ने अनुसार नीलामी के दौरान तलवार को खरीदने लोगों के बीच काफी प्रतिस्पर्धा देखी गई।
4 मई 1799 को हुई थी टीपू की मौत
4 मई 1799 को टीपू सुल्तान की अंग्रेजों के खिलाफ तीसरे युद्ध में हार हो गई थी। उसकी मौत के बाद सेरिंगापट्टनम से उसके कई हथियारों को लूट लिया गया था। जिसमें यह तलवार भी शामिल थी। टीपू सुल्तान की तलवार को ब्रिटिश आर्मी अधिकारी मेजर जनरल डेविड बायर्ड को टोकन के तौर पर उपहार स्वरूप दिया गया था।
चीन के आखिरी राजा की घड़ी भी नीलाम
इस नीलामी में टीपू सुल्तान की तलवार के अलावा चायना के आखिरी राजा एसिन गिओरो पुई की घड़ी को भी रखा गया था। जिसे 51 करोड़ रुपए में खरीदा गया है। इसे खरीदने वाला एशियाई मूल का शख्स है, जो फोन के जरिए नीलामी में जुड़ा हुआ था।
बताया जाता है कि यह घड़ी पुई ने अपने दुभाषिए को उपहार में दी थी। जिसे बाद में रशिया में कैद किया गया था। यह घड़ी अब तक बिकी किसी भी राजा की सबसे महंगी घड़ी है। इससे पहले वियतनाम के राजा बाओ दाई की घड़ी 41 करोड़ में बेची जा चुकी है।