Florida. अमेरिका की सीक्रेट फाइलें घर ले जाने के मामले में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मंगलवार ( 13 जून) देर रात फ्लोरिडा की मियामी कोर्ट में पेशी हुई। ट्रम्प को सीक्रेट डॉक्यूमेंट केस से जुड़े 37 मामलों का सामना करने के लिए हिरासत में लिया गया। पेशी के दौरान ट्रम्प बोले, मैं बेगुनाह हूं। मियामी की कोर्ट में ट्रम्प के फिंगर प्रिंट भी रिकॉर्ड किए गए। कोर्ट के बाहर रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं। ऐसे में कोर्ट के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
49 पन्नों में आरोप तय
पिछले हफ्ते ट्रंप के खिलाफ 49 पन्नों में आरोप तय किए गए थे। इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालना, परमाणु और डिफेंस सीक्रेट्स की फाइलें गलत तरीके से अपने पास रखने जैसे आरोप शामिल हैं।
ट्रम्प ने बाथरूम और बॉलरूम पर छिपाए थे डॉक्यूमेंट्स
जानकारी के मुताबिक, 49 पेज के आरोप पत्र में बताया गया है कि ट्रम्प ने ये डॉक्यूमेंट्स अपने बाथरूम, बॉलरूम, शॉवर की जगह पर, ऑफिस, स्टोर रूम और बेडरूम में छिपाए थे। सरकारी वकील ने ये भी कहा कि एफबीआई की जांच में बाधा डालने के लिए ट्रम्प ने अपने वकीलों को फाइलें छिपाने या नष्ट करने का आदेश दिया था।
ट्रम्प के पास थीं 21 टॉप सीक्रेट और 9 सीक्रेट फाइल्स
आरोप पत्र में बताया गया है कि पिछले साल एफबीआई ने ट्रम्प के पास से 337 सरकारी डॉक्यूमेंट्स बरामद किए थे। इनमें से 21 डॉक्यूमेंट्स पर टॉप सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वो दस्तावेज होते हैं जिसमें सबसे संवेदनशील जानकारी रखी जाती है। सिर्फ सीमित लोगों की ही पहुंच होती है। इसमें गुप्त सोर्स से मिली जानकारी को सुरक्षित रखा जाता है। इसके अलावा, 9 डॉक्यूमेंट्स पर सीक्रेट लिखा हुआ था। ये वो फाइल्स होती हैं, जिसके लीक होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर खतरा पहुंचने की आशंका रहती है।
फाइल्स में थी प्लान ऑफ अटैक की डीटेल्स
2020 की एक फाइल में दूसरे देशों की परमाणु क्षमता के बारे में खुफिया जानकारी थी। ट्रम्प ने जो क्लासिफाइड फाइल्स छिपाई थीं उनमें अमेरिका के न्यूक्लियर प्रोग्राम्स और यूएस और दूसरे देशों की रक्षा और हथियारों की क्षमता से जुड़ी जानकारियां मौजूद थीं। इसके अलावा उन्होंने वो फाइल्स भी अपने पास रख ली थीं, जिसमें बताया गया था कि हमला होने पर अमेरिका उसका जवाब कैसा देगा और जंग के मैदान में यूएस और उसके सहयोगियों की कमजोरी क्या है।
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ट्रम्प ने कई मौकों पर बिना इजाजत लोगों को दिखाईं फाइल्स
आरोप पत्र में कहा गया है कि ट्रम्प ने ये डॉक्यूमेंट्स अपने घर मार-ए-लागो और प्राइवेट क्लब में रखे थे, जो ऐसी फाइल्स रखने की एक ऑथराइज्ड जगह नहीं है। ये भी बताया गया है कि ट्रम्प ने 2021 में 2 अलग-अलग मौकों पर बिना सिक्योरिटी क्लियरेंस के ये फाइल्स एक राइटर और स्टाफ के दो मेंबर्स को दिखाई थीं।
एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई
न्यू जर्सी में अपने गोल्फ क्लब में भी ट्रम्प ने डिफेंस डिपार्टमेंट के किसी ‘प्लान ऑफ अटैक’ से जुड़े दस्तावेज लोगों को दिखाए थे। ट्रम्प की उस वक्त की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई है, जिसमें वो कहते हैं कि मुझे राष्ट्रपति रहते हुए ही इन फाइलों को क्लासिफाइड की श्रेणी से हटा देना चाहिए था, लेकिन अब मैं ऐसा नहीं कर सकता।
मिलिट्री ऑपरेशन से जुड़ा सीक्रेट मैप भी किया था उजागर
सितंबर 2021 में इसी क्लब में ट्रम्प ने बिना सिक्योरिटी क्लियरेंस के मिलिट्री ऑपरेशन से जुड़ा एक सीक्रेट मैप भी साझा किया था। उन्होंने जिस व्यक्ति को ये मैप दिखाया था उससे कहा था कि ये बहुत ही खुफिया जानकारी है और नियमों के मुताबिक उन्हें ये नहीं दिखाना चाहिए।