ANKARA. तुर्किए में 22 दिन पहले यानी 6 फरवरी को आए भूकंप से तबाही रुक नहीं रही है कि फिर से झटकों ने लोगों को दहलाना शुरू कर दिया है। 27 फरवरी को तुर्की के दक्षिण पूर्वी इलाके में भूकंप का जोरदार झटका महसूस किया गया। इससे वहां 29 इमारतें ढह गईं। भूकंप से एक शख्स की मौत हो गई तो वहीं 70 से ज्यादा लोग घायल हो गए। भूकंप के इस झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.6 दर्ज की गई। अब तक 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले तुर्किए में भूकंप के झटके 6 फरवरी को आए थे। पहला झटका सुबह 4.17 बजे आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.8 मैग्नीट्यूड थी। भूकंप का केंद्र दक्षिणी तुर्की का गाजियांटेप था। इससे पहले की लोग इससे संभल पाते कुछ देर बाद ही भूकंप का एक और झटका आया, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.4 मैग्नीट्यूड थी। भूकंप के झटकों का यह दौर यहीं नहीं रुका। इसके बाद 6.5 तीव्रता का एक और झटका लगा।
1999 में हुई थी 18 हजार लोगों की मौत
तुर्किए की भौगोलिक स्थिति के चलते यहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं। 1999 में आए भूकंप में 18 हजार लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, अक्टूबर 2011 में आए भूकंप में 600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। भूकंप ने सीमावर्ती सीरिया में भी तबाही मचाई थी। 6 फरवरी के बाद 20 फरवरी को भी तुर्की में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हाते प्रांत में आए भूकंप की तीव्रता 6.4 थी। भूकंप आने के बाद पहले से ही डर के साये में जी रहे लोग सड़कों पर आ गए थे।
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