ANKARA. तुर्किए में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई। यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र (EMSC) के मुताबिक, तुर्किए-सीरिया सीमा क्षेत्र में दो किमी (1.2 मील) की गहराई में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्किए के हाटे राज्य में 20 फरवरी को दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। तुर्किए के गृह मंत्री सुलेमान सोयलू (Suleyman Soylu) ने कहा कि ताजा भूकंप में 3 लोगों की मौत हुई है और 213 घायल हुए। भूकंप के झटके बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए और हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल दिखा। भूकंप के ताजा झटकों से कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
लेबनान के बेरूत में भी महसूस किए गए झटके
तुर्किए की अनादोलू समाचार एजेंसी के मुताबिक, हाटे प्रांत में आए 6.4 और 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके पड़ोसी देश लेबनान की राजधानी बेरूत में भी महसूस किए गए। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी साना के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्किए-सीरिया सीमा पर आए भूकंप के बाद अलेप्पो में इमारत का हिस्सा गिरने से 6 लोग घायल हो गए।
तुर्किए की आपदा एजेंसी के मुताबिक, हाटे में स्थानीय समयानुसार रात करीब 20.04 बजे भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.4 थी। इसके तीन मिनट बाद 5.8 की तीव्रता का दूसरा झटका आया, जिसका केंद्र हाटे के समनदाग में था। एजेंसी ने समुद्री जलस्तर बढ़ने का खतरा देखते हुए ऐहतियातन नागरिकों से तटीय इलाकों पर जाने से मना किया है, क्योंकि समुद्र का जलस्तर 50 सेंटीमीटर (1.6 फीट) तक बढ़ सकता है। तुर्किए के उपराष्ट्रपति फुअत ओकटे (Fuat Oktay) ने क्षेत्र के नागरिकों से क्षतिग्रस्त इमारतों से दूर रहने की अपील की है।
6 फरवरी को तुर्की में आया था भीषण भूकंप, भारत ने चलाया था ऑपरेशन दोस्त
इससे पहले तुर्किये और पड़ोसी सीरिया में 6 फरवरी को भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई थी। इसके एक-दो दिन बाद भी कई बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या 41,000 से ज्यादा हो गई है। ऐसे में एक बार फिर आए इस झटके ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। भारत ने तुर्किये-सीरिया की मदद के लिए बचाव दल भेजा था। दल बचाव अभियान पूरा कर वापस लौट चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 फरवरी को तुर्किए से लौटी रेस्क्यू टीम से मुलाकात की थी। भारत ने तुर्किए और सीरिया में मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया था कि ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्किए भेजी गई एनडीआरएफ की अंतिम टीम भारत आ चुकी है। 151 जवानों और डॉग स्क्वॉड की 3 टीमों ने भूकंप प्रभावित तुर्किए की मदद की।