WASHINGTON. अमेरिका की मैनहटन ग्रैंड जूरी ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर बड़ा फैसला सुनाया। ट्रम्प को 2016 के चुनाव अभियान के दौरान पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को चुप रहने के एवज में पैसे देने का दोषी माना और केस चलाने के पक्ष में वोट किया। ट्रम्प आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए। अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब किसी मौजूदा या पूर्व राष्ट्रपति पर आपराधिक केस चलेगा।
मामले को लेकर ट्रम्प का भी बयान आया है। उन्होंने कहा कि उनका राजनीतिक उत्पीड़न किया जा रहा है और इतिहास में हाईएस्ट लेवल पर चुनाव में दखलअंदाजी की कोशिश की जा रही है। ट्रम्प ने मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन को धमकी भी दी। कहा कि यह सब उन पर काफी भारी पड़ सकता है।
जूरी के फैसले का ट्रम्प पर क्या असर पड़ेगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 30 मार्च को को ग्रैंड जूरी ने एडल्ट स्टार को चुपके से पैसे देने के मामले में ट्रम्प को दोषी माना और क्रिमिनल केस चलाने के पक्ष में वोट किया। जूरी का यह फैसला ऐसे वक्त में आया है, जब ट्रम्प प्रेसिडेंशियल इलेक्शन की तैयारी में जुट चुके हैं। अब उनके ऊपर केस चलेगा। ट्रम्प को अटलांटा और वॉशिंगटन में भी आपराधिक जांच का सामना करना पड़ सकता है और यह कानूनी संकट पैदा कर सकता है। इसके चलते रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की दौड़ में उनके आगे बढ़ने के मौके खत्म हो जाएंगे। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट की रेस में प्रमुख दावेदार हैं।
ये है मामला
दरअसल 2016 में एडल्ट फिल्म स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने मीडिया से कॉन्टैक्ट किया। उन्होंने खुलासा किया कि 2006 में डोनाल्ड ट्रम्प के साथ उनका अफेयर था। हालांकि, ट्रम्प इन दावों का खंडन कर चुके हैं। डेनियल ने एक किताब में ट्रम्प से अपने संबंधों के बारे में खुलकर लिखा है। ट्रम्प की टीम ने इस मामले में डेनियल को चुप कराने के लिए संपर्क किया। बाद में उनके वकील माइकल कोहेन ने चुप रहने के लिए डेनियल को 1 लाख 30,000 डॉलर का पेमेंट किया। गौर करने वाली बात ये है कि डेनियल को चुप रहने के लिए दी गई रकम गिरफ्तारी की वजह नहीं है। अमेरिका में यह इलीगल नहीं है। इसे कानूनी शुल्क के रूप में माना जाता है, लेकिन जिसके लिए पैसे का लेन-देन हुआ, वो अवैध है।
कोहेन ने पहले नकारा था, फिर रकम देने की बात कबूली थी
2018 में वॉल स्ट्रीट जर्नल में स्टॉर्नी को कोहेन की तरफ से पेमेंट की बात सामने आई। पहले तो कोहेन ने इस रिपोर्ट को नकारा, लेकिन फरवरी 2018 में उन्होंने कबूल किया कि स्टॉर्मी को अपने फंड से पैसे दिए थे। इस समय तक ट्रम्प या उनका कैंपेन इसमें किसी भी तरह से शामिल नहीं था। अगस्त 2018 में कोहेन ने पूछताछ के दौरान कबूल किया कि चुनाव से कुछ दिनों पहले ट्रम्प ने ही उसे डेनियल्स की चुप्पी के बदले 1 करोड़ रुपए पेमेंट करने को कहा था। इसके बाद ही मैनहटन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी ने स्टॉर्मी केस में जांच शुरू की।
स्टॉर्मी ऐसे लाईं तूफान
2011 में डेनियल्स ने ‘इन टच’ मैग्जीन को इंटरव्यू दिया था। इसमें उन्होंने बताया कि करीब 12 लाख रुपए के बदले उसकी मुलाकात ट्रम्प से कराई गई। बाद में मैगजीन के दो एम्प्लॉइज ने CBS न्यूज को बताया कि ये इंटरव्यू कभी बाहर नहीं आ सका। अब पिक्चर में आते ट्रम्प के अटॉर्नी (वकील) माइकल कोहेन आते हैं। उन्होंने ही ये इंटरव्यू बाहर नहीं आने दिया। एम्प्लॉइज ने बताया कि जब मैगजीन ने ट्रम्प से उनके स्टेटमेंट के लिए कॉन्टैक्ट किया तो उनके अटॉर्नी कोहेन ने केस करने की धमकी दी। डेनियल्स ने इसके कुछ दिनों बाद बताया कि लास वेगस में उससे एक आदमी ने कॉन्टैक्ट किया और ट्रम्प को अकेला छोड़ देने और इंटरव्यू को भूल जाने के लिए कहा था।