इंटरनेशनल डेस्क. रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच रूस में आपसी युद्ध शुरू हो चुका है। वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत छेड़ दी है। पुतिन के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए चुनौती है कि सीमा पार युद्ध को झेला जाए या आंतरिक विरोध से निपटा जाए।
पुतिन का प्रिगोझिन पर आरोप
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन पर देशद्रोह, सशस्त्र विद्रोह शुरू करने और अपने ही देश की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया। वहीं प्रिगोझिन का कहना है कि उनका उद्देश्य सैन्य तख्तापलट नहीं बल्कि न्याय के लिए मार्च निकालना है।
'रूस को जल्द नया राष्ट्रपति मिलेगा'
वैगनर ने अपने टेलीग्राम चैनल पर व्लादिमीर पुतिन के भाषण के बाद एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि पुतिन ने गलत विकल्प चुना है और रूस को जल्द ही एक नया राष्ट्रपति मिलेगा। वैगनर ने ये भी कहा है कि जीत उनकी ही होगी और 1 या 2 गद्दारों के जीवन को 25 हजार सैनिकों के जीवन से ऊपर रखा गया है। रूस में गृह युद्ध अब आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है।
वैगनर आर्मी के साथ क्या हो रहा ?
प्रिगोझिन ने महीनों तक यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वैगनर ने रूसी जेलों में बंद हजारों कैदियों को बाहर निकालकर अपनी वैगनर आर्मी में भर्ती कराया। उनका लंबे समय से युद्ध चला रहे सैन्य प्रमुखों के साथ खुला झगड़ा रहा है, लेकिन अब ये विद्रोह में बदल गया है। वैगनर सेनाएं कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन से बड़े दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में घुस गई हैं और इसकी सैन्य सुविधाओं पर नियंत्रण करने का दावा किया है। इस मुद्दे पर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि स्थिति कठिन है, लेकिन उन्होंने रूस की रक्षा के लिए सब कुछ करने का वादा किया है।
क्या ये तख्तापलट ?
प्रिगोझिन ने दावा किया है कि सैन्य तख्तापलट के सभी दावे बेतुके हैं। ये विवाद वैगनर आर्मी के सैनिकों को पर्याप्त किट और गोला-बारूद उपलब्ध कराने में सेना की विफलता पर शुरू हुआ था, लेकिन अब यह प्राइवेट आर्मी रूसी के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और सशस्त्र बलों के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव के लिए सीधी चुनौती बन गई है। हालांकि प्रिगोझिन का साफ कहना है कि अब तक ये तख्तापलट नहीं है, क्योंकि सरकार से सत्ता छीनने की कोई कोशिश नहीं की गई है। प्रिगोझिन की प्राइवेट आर्मी रूसी सेना का सीधे प्रतिनिधित्व नहीं करती है, हालांकि वो रूसी सेना को व्यापक समर्थन जरूरी देती है। प्रिगोझिन पुतिन के लिए सीधी चुनौती हैं।
प्रिगोझिन क्या चाहता है ?
प्रिगोझिन का एक वीडियो सामने आया है। इससे पता चलता है कि वो पुतिन की सेना को मजबूर करना चाहता है। वीडियो में प्रिगोझिन रोस्तोव में एक उप रक्षा मंत्री और एक जनरल से कह रहा है कि जब तक 2 मुख्य सैन्य हस्तियां आकर उससे बात नहीं करतीं, तब तक उसकी सेना (वैगनर) के सैनिक शहर को बंद कर देंगे और मॉस्को के लिए रवाना हो जाएंगे।
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वैगनर आर्मी का रोस्तोव शहर पर कब्जा
वैगनर आर्मी ने रोस्तोव शहर पर कब्जा जमा लिया है। वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन अपने 25 हजार सैनिकों के साथ राजधानी मॉस्को की ओर बढ़ रहे हैं। मॉस्को में लॉकडाउन है, क्योंकि सैनिक शहर की सुरक्षा की तैयारी में लगे हैं। रूस ने इस खतरे को देखते हुए मॉस्को में सुरक्षा बढ़ा दी है। घुसपैठ से बचाव के लिए आर्मी को शहर की सीमा पर तैनात किया गया है।