ISLAMABAD. पाकिस्तान की हालत काफी खराब चल रही है। वहां महंगाई आसमान छू रही है। ईंधन की कीमतों से लेकर खाने-पीने तक की चीजें बेहद महंगी हैं। पिछले महीने अप्रैल के दौरान यहां महंगाई दर 36 फीसदी से ज्यादा पर पहुंच गई। लोगों को एक लीटर पेट्रोल भरवाने के लिए लोगों को 272 रुपए देना पड़ रहा है। इससे पहले पेट्रोल की कीमत 282 रुपए प्रति लीटर के उच्च स्तर को भी छू चुकी है। पाक कच्चे तेल का आयात रूस से करने की बात कह रहा है। पाक के एक मंत्री ने पेट्रोल की कीमतों में 100 रुपए तक कम होने की संभावना से सीधे इनकार नहीं किया, लेकिन यह जरूर कहा की कुछ बदलाव अवश्य होगा।
पाक विकास मंत्री ने यह कहा
पाकिस्तान कच्चे तेल का इंपोर्ट रूस से करने के लिए तैयार है। ऐसे में विकास और विशेष पहल मंत्री अहसान इकबाल ने एक इंटव्यू में कहा कि रूस से तेल का आयात होने से उच्च ईंधन की कीमतों पर असर देखा जा सकता है। क्या 100 रुपए प्रति लीटर कम हो जाएंगे दाम? इस सवाल पर मंत्री ने कहा कि हो सकता है कि कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं हो, लेकिन कुछ बदलाव देखा जा सकता है।
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तेल का इंपोर्ट बढ़ने से कम होंगे ईंधन के दाम
मंत्री इकबाल ने कहा कि रूस से बड़ी मात्रा में कच्चे तेल का आयात करने से निश्चित रूप से तेल की कीमतों में बदलाव होगा। इकबाल ने कहा कि शुरुआत में कच्चा तेल का आयात कम होगा, लेकिन जैसे-जैसे इसकी मात्रा बढ़ेगी। पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती करने में मदद मिलेगी। गौरतलब है कि अप्रैल में एक डील पर पहुंचने से पहले पाकिस्तान रूस से तेल आयात को लेकर कई महीनों से बातचीत कर रहा था।
पाक कितना तेल आयात करेगा
पाक के पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक ने पिछले महीने कहा था कि मई के अंत में कराची बंदरगाह पर रूसी तेल की पहली खेप आ सकती है। उनका मानना है कि सब कुछ सही रहा तो देश रूसी कच्चे तेल के 100,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) आयात कर सकता है। इन तेलों को पाकिस्तान रिफाइनरी लिमिटेड (पीआरएल), पाक-अरब रिफाइनरी लिमिटेड (PARCO) और अन्य की ओर से रिफाइन किया जाएगा। पाक का प्लान कच्चे तेल की जरूरत का एक तिहाई आयात करना है।
पेट्रोलियम उत्पादों में आ सकती है कमी
पाक के राज्य मंत्री ने कहा कि रूस के साथ डील हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मध्य एशिया के साथ एक ऊर्जा गलियारा खोलना चाहते हैं, जिससे पाकिस्तान में ऊर्जा की लागत कम होगी और इंडस्ट्री के विकास में भी मदद मिलेगी। मंत्री ने खुलासा किया कि सरकार का लक्ष्य रूस से कुल कच्चे तेल के आयात का 18 से 20 फीसदी आयात करना है।