ईरान की सेना को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। ईरान की सेना के जखीरें में नया ड्रोन शामिल हुआ है। ड्रोन की खास बात ये है कि ये 7000 KM दूर दुश्मन पर पैनी निगाह बनाकर निगरानी करेगा। ईरान की सेना का दावा है कि ड्रोन खुद से उड़ सकते हैं। और अपने अड्डे पर वापस लौट सकते हैं।
इंटरव्यू में किया ऐलान
ईरान की सेना रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर इन चीफ हुसैन सलामी ने इस खतरनाक ड्रोन के बारे में एक इंटरव्यू में ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि 7 हजार किमी इस ड्रोन की अधिकतम परिचालन सीमा है। इसमें इसके अपने बेस तक वापसी भी शामिल है। लामी ने कहा, 'हमारे पास ड्रोन हैं जो 7 हजार किमी की लंबी दूरी तक जा सकते हैं। वे उड़ सकते हैं, अपने अड्डे पर वापस लौट सकते हैं और जहां वे चाहें वहां पर लैंडिंग कर सकते हैं।' विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी लंबी दूरी तक जाने वाले ड्रोन विमान की मदद से ईरान यूरोप, एशिया, रूस, ज्यादातर अफ्रीका तक सफलतापूर्वक जाकर वापस लौट सकता है।
इजराइल से तनाव
इजराइल और ईरान के बीच इन दिनों तनाव चरम पर है। ऐसे में ईरान अपने नए ड्रोन का इस्तेमाल इजराइल को घेरने में कर सकता है। ईरान पिछले कुछ समय से हथियारों के निर्माण में तेजी लाया है।
ईरानी ड्रोन दुनिया में पीछे
इतनी लंबी रेंज होने के बाद भी ईरानी ड्रोन अभी दुनिया के सबसे ताकतवर ड्रोन विमानों के मामले में काफी पीछे है। हाल की स्थिति में अमेरिका का यूएएस ड्रोन विमान एक सप्ताह तक हवा में रह सकता है और 7 लाख 25 हजार किमी की दूरी तक यात्रा कर सकता है। ईरान ने हाल के दिनों में ड्रोन विमानों के मामले में काफी सफलता हासिल की है।