6 जुलाई को रूस में एक विमान पहाड़ की चोटियों से टकराकर समंदर में जा समाया। हादसे में 28 लोगों के मौत की जानकारी मिली थी। रूसी सरकारी मीडिया के मुताबिक, मरने वालों में 22 यात्री और 6 क्रू मेंबर्स हैं।
10 km पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोलर से संपर्क टूटा
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, छोटा विमान रूस के कामचाट्का प्रायद्वीप के छोटे से गांव पालना में उतरने की तैयारी में था। लैंडिंग से करीब 10 किलोमीटर पहले विमान का एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) से संपर्क टूट गया। बाद में पालना एयरपोर्ट से 4 किमी पहले समंदर में विमान का मलबा मिला। दुर्घटना स्थल पर एक Mi8 हेलिकॉप्टर के साथ रेस्क्यू टीम को भेजा गया है।
लैंडिंग से मात्र 10 किलोमीटर दूर था प्लेन
An-26 नाम का यह विमान कामचाट्का एविएशन इंटरप्राइज कंपनी का था। इसने पेट्रोपावलोस्क-कामचाट्स्की शहर से उड़ान भरी थी। ओखोतस्क के समंदर में विमान के क्रैश होने की जानकारी मिली है। यहां से लैंडिंग वाली जगह करीब 10 किलोमीटर दूर थी। रूसी पीएम मिखाइल मिशुस्तिन ने हादसे की जांच के लिए कमीशन गठित करने का आदेश दिया।
सोवियत संघ में विमान हुआ डिजाइन
6 जुलाई को क्रैश हुआ विमान ट्विन-इंजन वाला टर्बोप्रॉप विमान है, जो सिविलियन और मिलिट्री दोनों तरीकों के ट्रांसपोर्ट में काम आता है। इसका डिजाइन और उत्पादन सोवियत संघ में 1969 से 1986 के बीच में हुआ था।