GUJRAT. बादाम, अखरोट, काजू जैसे ड्राई फ्रूटस पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ठंडे क्षेत्रों में किसान इसकी उपज कर खेती करते हैं। काजू, बादाम या अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट खरीदने जाएंगे, तो इनकी कीमत 800 से 1000 रुपये प्रति किलो तक होती है। कई बार ये और अधिक महंगा बिकने लगता है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू- कश्मीर का मौसम बादाम के लिए अनकूल माना जाता है। मगर अब किसान ऐसे मिथकों को तोड़ने का काम कर रहे हैं। समतल गर्म क्षेत्रों में भी किसान बादाम की खेती कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलियाई बादाम की खेती गुजरात में शुरू
बिहार, उत्तरप्रदेश, गुजरात जैसे राज्यों में भी बादाम की खेती की जा रही है। यहां ऑस्ट्रेलियाई बादाम खासा पसंद किया जा रहा है। गुजरात में इसकी खेती शुरू कर दी गई है। किसान खेती कर खुश है और अन्य किसानों को भी बादाम की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
परेश पटेल कर रहे बादाम की खेती
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के वडोदरा में परेश पटेल नामक किसान ने ऑस्ट्रेलियाई बादाम की खेती शुरू की है। पटेल ने तालुका स्थित वेमर गांव में बादाम की फार्मिंग की है। पौधे अब 15 से 20 फुट तक लंबे हो गए हैं। इन पौधों पर बादाम आ गए हैं और पटेल ठीक ठाक इनकम भी हो रही है।
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700 ऑस्ट्रेलियाई पौधे से 3500 किलो बादाम पैदा हुआ
परेश पटेल का कहना है कि वर्ष 2020 में ऑस्ट्रेलियाई बादाम की खेती करने का मन बनाया था। गुजरात के मौसम को देखते हुए लोगों ने बादाम की खेती करने से मना किया था, लेकिन परेश खेती करने पर अड़े रहे। उन्होंने अपने बाग में 700 ऑस्ट्रेलियाई बादाम के पौधे लगा दिए हैं। उनके बाग में 3500 किलो बादाम पैदा हुआ है। परेश 25 साल तक अब इन बादाम के पौधों से कमाई करेंगे।
आंध्रप्रदेश से मंगवाए बादाम के पौधे
परेश पटेल ने बताया कि गुजरात और पहाड़ी क्षेत्र के मौसम में अंतर होता है। गुजरात में बादाम की खेती हो सकती है या नहीं? इसको लेकर इंटरनेट पर तमाम जानकारियां खंगाली डाली गई। उन्होंने जो बादाम खोजा, वो 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान सहन कर सकता है। सभी जानकारी जुटाकर आंध्र प्रदेश की एक नर्सरी से नर्सरी से ऑस्ट्रेलियाई बादाम के पौधे मंगवाए। सभी पौधों को 15 फीट की दूरी पर लगाया गया है। डेढ़ साल में ही पौधों पर बादाम आना शुरू हो गए हैं।