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आज हमारे पास हर काम के लिए एक एप उपलब्ध है, खाना-कपड़े ऑर्डर करना हो या फुटस्टेप काउंट करना हो। वैसे ही टेक महिंद्रा मेकर्स लैब टीम ने ‘आत्मनिर्भर कृषि’ नाम की एक ऐप किसानों के लिए बनायी है। इस ऐप से किसानों को खेती और मौसम से जूड़ी खबरे मिलेंगी। आत्मनिर्भर कृषि ऐप से किसानों के साथ साथ कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) को भी खेती और मौसम की जानकारियां मिलती रहेंगी, जिससे वो किसानों को बेहतर तरीके से नई जानकारी देते रहें।
क्या बताएगी ये ऐप
ये ऐप किसानों को मिट्टी के प्रकार, सेहत और नमी के बारे में बताएगी। साथ ही मौसम और पानी की उपलब्धता के आंकड़े भी देगी। कृषि-जोत स्तर पर प्रत्येक किसान के लिए फसल चयन, उर्वरक आवश्यकताओं और पानी की जरूरत से जुड़ी जानकारियों का विश्लेषण भी ऐप पर किया गया है। राष्ट्रीय डिजिटल प्लेटफॉर्म 'किसान मित्र' पर सरकारी योजनाओं की जानकारी अब 'आत्मनिर्भर कृषि ऐप' के जरिए मुहैया करायी जा रही है। किसानों द्वारा फसल पैटर्न, जोत के मशीनीकरण या पराली जलाने संबंधी फैसले, पानी एवं पर्यावरण के स्थायित्व की महत्ता व संसाधनों के विवेकपूर्ण इस्तेमाल को ध्यान में रखकर लिया जाए। किसानों के लिए बेसिक फोन पर आसान भाषा में जानकारी देगा, फैसले लेने की प्रक्रिया के दौरान समावेशिता को भी बढ़ाएगा।
कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) को भी मिलेगा फायदा
विशेषज्ञों का कहना है कि "आत्मनिर्भर कृषि ऐप मिट्टी की सेहत, जल स्तर और मौसम पर आंकड़े एकत्र करके केवीके को जरूरी जानकारी प्रदान करेगा। जिसके जरिए मौजूदा जमीनी वास्तविकताओं के अनुसार विशेष रूप से किसानों के साथ केवीके बातचीत कर सकेंगे। केवीके किसानों के साथ बातचीत करते हुए मौजूदा फसल प्रणालियों और कृषि संबंधी परंपराओं पर मौजूद उपलब्ध जानकारी को भी एकीकृत कर सकते हैं।" आत्मनिर्भर कृषि ऐप को किसानों को कृषि से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराने और मौसम संबंधी जानकारी व अलर्ट सुविधा देने के लिए बनाया है।