डिजिटाइजेशन (digitization) के इस दौर में अगर आप भी क्यूआर कोड (QR Code) स्कैन (Scan) कर ऑनलाइन पेमेंट (Online Payment) करते हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना आपके लिए बेहद जरूरी है। अगर सावधानी नहीं बरती तो आप अपनी मेहनत की कमाई गंवा सकते हैं।
क्या होता है क्यूआर कोड?: क्यूआर कोड का फुल फॉर्म क्विक रिस्पॉन्स कोड (Quick Response Code) है। क्यूआर कोड एक ऐसा पैटर्न होता है, जिसमें किसी प्रोडक्ट की जानकारी छिपी रहती है। स्कैन करके इसमें छिपी जानकारी का पता लगाया जाता है। क्यूआर कोड में कोई टेक्स्ट, यूआरएल (URL) या मोबाइल नंबर को भी छिपाया जा सकता है। इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य पेमेंट को आसान बनाना है, लेकिन उस तरीके से जिसे आंखों से पढ़ा ना जा सकें और पेमेंट भी हो जाए।
QR कोड स्कैन करते समय रखें ध्यान: यूजर्स इस बात का खासतौर पर ध्यान रखें कि पैसे लेने के लिए क्यूआर कोड का कभी भी इस्तेमाल नहीं होता। क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद कोई लिंक मिले या ऐप डाउनलोड करने का लिंक मिले तो किसी भी ऐप को डाउनलोड ना करें। क्यूआर कोड एक तरह की स्टेटिक इमेज होती है। इसे हैक नहीं किया जा सकता। कई बार हैकर्स पेमेंट के लिए आपके ई-मेल में क्यूआर कोड्स भेजते हैं। इस तरह के मेल से बचें। इन क्यूआर कोड्स को कतई स्कैन ना करें। ऐसा करने से आपको नुकसान झेलना पड़ सकता है।
पेमेंट फेल होने पर सावधान: अगर आपकी पेमेंट फेल हो जाती है तो हैकर्स इसका फायदा उठाते सकते हैं। हैकर्स आपको मैसेज के जरिए पेमेंट पूरा करने के लिए क्यूआर कोड भेजते हैं। गलती से भी ऐसे क्यूआर कोड को स्कैन ना करें। यह बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पंप या फिर सब्जी की दुकान पर पेमेंट करने के लिए अगर आप क्यूआर कोड को स्कैन करते हैं तो आपको इसका इस्तेमाल काफी सावधानी के साथ करना चाहिए।