NEW DELHI. अडाणी एंटरप्राइजेज 20 हजार करोड़ रुपए तक के इक्विटी शेयरों के FPO को रद्द करने का फैसला किया है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला लिया। इक्विटी शेयर्स की फेस वैल्यू 1 रुपए है और अडाणी एंडरप्राइजेज का ये FPO पूरी तरह से सबस्क्राइब हुआ था। अब इन्वेस्टर्स को पूरा पैसा लौटा दिया जाएगा।
बोर्ड मीटिंग में हुआ फैसला
अडाणी इंटरप्राइजेज के चेयरमैन गौतम अडाणी के हवाले से प्रेस रिलीज जारी की गई जिसमें कहा गया कि 1 फरवरी को हुई बोर्ड मीटिंग में FPO को रद्द करने का फैसला लिया। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का कहना था कि वे FPO को आगे नहीं ले जाएंगे। शेयर मार्केट के हालात और उतार-चढ़ाव को देखते हुए ये फैसला लेना पड़ रहा है। ग्राहकों के हित में FPO के साथ आगे नहीं बढ़ सकते। ट्रांजेक्शन को पूरी तरह से वापस लिया जाएगा। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने FPO में शामिल होने के लिए इन्वेस्टर्स को धन्यवाद दिया।
इन्वेस्टर्स का हित सबसे आगे
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का कहना था कि स्टॉक अस्थिर होने के बावजूद इस कंपनी, हमारे बिजनेस और हमारे मैनेजमेंट में आपके भरोसे और विश्वास के लिए हम आपको धन्यवाद देते हैं। हालांकि आज मार्केट अभूतपूर्व रहा है। हमारे स्टॉक की कीमत में दिनभर उतार-चढ़ाव आया। ऐसे असाधारण हालात को देखते हुए कंपनी के बोर्ड को लगा कि अभी इस FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक तौर सही नहीं होगा क्योंकि हमारे लिए इन्वेस्टर्स का हित सबसे आगे है।
इन्वेस्टर्स को फाइनेंशियल लॉस से बचाने के लिए फैसला
अडाणी एंटरप्राइजेज के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इन्वेस्टर्स को फाइनेंशियल लॉस से बचाने के लिए FPO रद्द करने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि इस FPO के साथ आगे नहीं बढ़ा जाएगा। हम अपने लोगों को रिफंड देने के लिए बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के साथ काम कर रहे हैं। कंपनी की बैलेंस शीट बहुत मजबूत है। कैश फ्लो और संपत्ति सुरक्षित हैं। इसके साथ ही कंपनी का कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड भी सही रहा है।
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इस फैसले से भविष्य की योजनाओं पर नहीं पड़ेगा फर्क
अडाणी एंटरप्राइजेज के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का कहना है कि FPO रद्द करने के फैसले से कंपनी के मौजूदा ऑपरेशन और भविष्य की योजनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। हम लॉन्ग टर्म वैल्यू क्रिएशन पर फोकस जारी रखेंगे और ग्रोथ आंतरिक बढ़ोत्तरी के हिसाब से मैनेज करेंगे। बाजार स्थिर होने पर कैपिटल मार्केट स्ट्रेटजी का रिव्यू होगा।
FPO क्या होता है, IPO और FPO में अंतर
FPO का मतलब फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर होता है। ये कंपनी के लिए पैसे जुटाने का जरिया होता है। जो कंपनी पहले से ही शेयर मार्केट में लिस्टेड होती है वो इन्वेस्टर्स के लिए नए शेयर ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में पहले से मौजूद शेयरों से अलग होते हैं। IPO का मतलब इनीशियल पब्लिक ऑफर होता है। IPO से कंपनी पहली बार मार्केट में अपने शेयर उतारती है लेकिन FPO के जरिए अतिरिक्त शेयरों को मार्केट में उतारा जाता है।