NEW DELHI. शुक्रवार (23 जून) को अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में एक बार फिर बड़ी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट के पीछे की वजह अमेरिका में चल रही है जांच को बताया जा रहा है। दरअसल, अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह पर स्टॉक मैनुपुलेशन और अकाउंटिंग फ्रॉड के गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद अडाणी समूह ने निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए रोड शो किया था और इंवेस्टर्स से बातचीत की थी। ब्लूमबर्ग के मुताबिक अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) इसकी जांच कर रहा है।
निवेशकों से जारी है पूछताछ
अमेरिकी में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने अडाणी ग्रुप के बड़े शेयरहोल्डर्स से पूछा है कि समूह के साथ उनकी क्या बातचीत हुई थी। इस साल जनवरी के महीने में हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह की कंपनियों पर शेयर की कीमतों में हेरफेर करने का आरोप लगाया था। हिंडनबर्ग ने अपनी कंपनियों में कहा था कि अडाणी समूह ने स्टॉक की कीमतों में हेरफेर के लिए ऑफशोर कंपनियों का इस्तेमाल किया था। साथ रिसर्च फर्म ने अडाणी ग्रुप के उच्च कर्ज के बारे में भी चिंता जताई थी। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। इस गिरावट के कराण निवेशकों को 11 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।
भारत में भी चल रही है जांच
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अडानी समूह में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले संस्थागत निवेशकों से ब्रुकलिन और एसईसी के अटॉर्नी कार्यालय ने पूछा है कि अडानी समूह ने अमेरिकी निवेशकों को क्या बताया है। दो अन्य लोगों ने ब्लूमबर्ग को बताया कि SEC ने भी हाल के महीनों में इस तरह की जांच शुरू की है। अडानी समूह के एक प्रवक्ता ने ब्लूमबर्ग को बताया कि उसे निवेशकों को किसी समन के बारे में जानकारी नहीं है।