दाल-रोटी महंगी: अनाज-तेल जैसी चीजों के दाम 25% बढ़े, अच्छे मॉनसून से राहत की उम्मीद

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दाल-रोटी महंगी: अनाज-तेल जैसी चीजों के दाम 25% बढ़े, अच्छे मॉनसून से राहत की उम्मीद

कोरोना महामारी के दौरान बढ़ती महंगाई से आम लोगों पर दोहरी मार पड़ रही है। रोजमर्रा के लिए इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम सालभर पहले की तुलना में 25% बढ़ गए हैं। इससे आटा, दाल, तेल समेत नमक और दूध जैसे आइटम के भाव 3 से 80 रुपए बढ़ गए हैं।रोज के आइटम देखें तो इसमें सरसों का तेल ही सबसे ज्यादा महंगा हुआ है। इसके बाद अरहर दाल, चाय, आटे और नमक का नंबर आता है

खाने- पीने में क्या हुआ मंहगा

• सरसों का तेल : सालभर पहले 90-170 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा था, जो अब महंगा होकर 117-212 रुपए प्रति लीटर पर बिक रहा है। • अरहर दाल : पिछले साल अरहर दाल का भाव 65-125 रुपए प्रति किलोग्राम था, लेकिन फ्यूल ऑयल की कीमत बढ़ने से अब एक किलो दाल की कीमत 75-130 रुपए हो गयी है।• नमक : नमक सालभर पहले 25 रुपए प्रति किलो था लेकिन अब एक किलो नमक का भाव 28 रुपए हो गया है।• गेहूं का आटा : सालभर पहले 17 से 45 रुपए पर बिक रहा था, लेकिन अब यह 20 से 57 रुपए के भाव पर बिक रहा है। • चाय : कोरोना महामारी और मौसम अनुकूल न रहने से असम में चाय का उत्पादन प्रभावित हुआ है। पिछले साल चाय 120-450 रुपए प्रति किलो के भाव पर बिकी थी, जो इस साल 128 से 530 रुपए हो गयी है।

अगस्त तक महंगाई से राहत की उम्मीद

रोज इस्तेमाल किए जाने वाले आइटम की कीमतें बढ़ने की दो मुख्य वजहें हैं, पहला माल-भाड़ा महंगा होना और दूसरा महामारी से सप्लाई पर बुरा असर पड़ा है। इससे मंडियों में आवक भी कम हुए है।आम लोगों को अगस्त तक राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बार मानसून अच्छा रहने वाला है। इसलिए बुआई समय पर होगी और रकबा भी बढ़ने की उम्मीद है।

हाय री महंगाई