दिग्गज कंपनियां फंसीं: ब्रिटेन में गूगल-अमेजन की जांच, फेक रिव्यू का आरोप

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दिग्गज कंपनियां फंसीं: ब्रिटेन में गूगल-अमेजन की जांच, फेक रिव्यू का आरोप

ब्रिटेन के रेगुलेटर ने अमेजन और गूगल पर फेक रिव्यू का आरोप लगाया है।इसके साथ ही औपचारिक जांच भी शुरू हो गई है। रेगुलेटर ने आरोप लगाया कि ये दोनों टेक कंपनियों ने फेक रिव्यू को हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। इससे लोगों में तक गलत जानकारियां पहुंच रही हैं और भ्रम पैदा हो रहा है।

CMA की टीम

कंपटीशन एंड मार्केट ऑथॉरिटी (CMA) का कहना है कि वह इन टेक फर्म से जानकारी लेगी। पता लगाएगी कि कहीं ये कंजूमर कानून तो नहीं तोड़ रहे हैं। अगर ऐसा पाया गया तो इनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। ताकि इन कंपनियों से प्रोडक्ट्स खरीदने वालों को फेक रिव्यू से बचाया जा सके। 2020 से CMA ने इसकी जांच शुरु कर दी है।

अमेजन पर फेक रिव्यू

रेगुलेटर का कहना है कि अमेजन पर अब भी कुछ विक्रेता प्रोडक्ट्स की लिस्टिंग में गड़बड़ी कर रहे हैं। जिसे अमेजन का सिस्टम मैनेज करने में असफल है।जैसे किसी दूसरे प्रोडक्ट के पॉजिटिव रिव्यू को अपने प्रोड्क्ट्स के साथ जोड़ देना।

उठाए गए कदम

CMA चीफ एक्जक्यूटिव का कहना है कि हमारी चिंता ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले करोड़ो कस्टमरों की है। इन फेक रिव्यू से कस्टमर गुमराह होता हैं। इन रिव्यू को देखकर कस्टमर्स का पैसा बर्बाद होता है। कई बिजनेस संस्था अपने प्रोडक्ट का फेक 5 स्टार रेटिंग कर देते हैं। इसमें कई नामी-गिरामी कंपनी शामिल हैं। जो कानून की परवाह न करते हुए ऐसा काम करती हैं। जो गलत है।

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