BHILAI: भिलाई स्थित कृष्णा नगर के लोग अचानक नगर निगम का घेराव करने पहुंचे। गुस्साए लोग इतनी बड़ी तादाद में थे कि उन्हें रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात करा पड़ा। दरअसल कृष्णा नगर में 20 लाख से सीसी रोड निर्माण का काम करवाया जाना था। लेकिन इस काम को राधिका नगर वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। तर्क दिया गया कि कृष्णा नगर में कार्य की जरूरत नहीं है। यह जानकारी कृष्णा नगर के लोगों तक पहुंची तो वे पार्षद के नेतृत्व में निगम दफ्तर का घेराव करने पहुंचे। गुस्साए लोगों को देख खुद आयुक्त और तहसीलदार ने लोगों से कई बातें कहीं। पार्षद और लोगों की मांग है कि स्थल परिवर्तन के आदेश को बदला जाए और वापस कृष्णा नगर में यह काम हो। आयुक्त व तहसीलदार से आश्वासन मिलने के बाद ही प्रदर्शनकारी वापस लौटे।
कार्यादेश के मुताबिक काम की बात
पार्षद राजेंद्र कुमार का कहना है कि 15 नवंबर 2021 को स्थल निरीक्षण करने के बाद 20 लाख रुपए सीमेंटीकरण के काम के मंजूर हुए थे। इसके 4 माह बाद ही नोटशिट में लिख दिया गया कि कृष्णा नगर की सभी गलियों का काम पूरा हो चुका है।
जबकि लोगों का दावा है कि कोई काम नहीं हुआ। इसे साबित करने के लिए मोहल्ले के लोग कृष्णा नगर वार्ड में वर्तमान स्थिति की फोटो लेकर पहुंचे थे। पार्षद ने बताया कि बिना काम के 25 मार्च 2022 को कृष्णा नगर की जगह दूसरी जगह काम की मंजूरी दे दी गई। लोगों की मांग है कि पहले कार्यादेश जहां का हुआ था, काम वहीं का करवाया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो और उग्र आंदोलन होगा।
भौतिक सत्यापन की मांग
पार्षद ने आयुक्त से कृष्णा नगर के भौतिक सत्यापन की भी मांग कर डाली है। जिससे ये पता चल सके कि वहां काम हुआ भी है या नहीं। पार्षद का कहना है कि कृष्णा नगर में सड़क से लेकर रोड तक का काम होना है।
ये सवाल भी उठाया था कि जो राशि कृष्णा नगर के लिए स्वीकृत हुई वो शिफ्ट कैसे हो सकती है।
गलती किसकी?
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक ही काम के दो वर्कऑर्डर रिलीज हुए हैं। इसमें किसकी गलती है। पहला वर्क ऑर्डर कृष्णा नगर के नाम से निकला था। इसके बाद एमआईसी जगह बदल कर राधिका नगर के लिए भी उसी काम की स्वीकृति दे दी।
फिर होगा विचार
आयुक्त और तहसीलदार ने निर्दलीय पार्षद को एक बार फिर विचार करने का आश्वासन दिया है। लेकिन इसमें तीन महीने का समय लग सकता है। क्योंकि, अब अगली बैठक में ही ये मामला उठ सकेगा। प्रस्ताव पर दोबारा मुहर लगने के बाद ही कृष्णा नगर में काम शुरू हो सकेगा. हालांकि निगम खुद चाहें तो काम शुरू कर सकता है.