Raipur। छत्तीसगढ़ सरकार अब राज्य में चार रुपए लीटर की दर से गौमूत्र ख़रीदेगी।इसकी शुरुआत हरेली याने 28 जुलाई से होगी। राज्य सरकार ने इसके लिए सभी कलेक्टरों को दिशा निर्देश पत्र जारी कर दिया है।पायलट प्रोजेक्ट के रुप में हर ज़िले में दो गौठानों से इनकी ख़रीदी की जाएगी। ये गौठान इस गौमूत्र की ख़रीदी कर स्थानीय स्तर पर और सी मार्ट के माध्यम से विक्रय करेंगे। गौमूत्र वृद्धि वर्धक उत्पाद का उपयोग उत्पादन के बाद केवल सात दिनों तक किया जा सकेगा।
किसानों को तीन दरों पर मिलेगा गौ मूत्र
राज्य सरकार ने जो व्यवस्था तय की है उसके अनुसार किसानों को कृषि उपयोग हेतु तीन दरों पर गौ मूत्र मिलेगा। हालाँकि गौठानों को इस पायलट प्रोजेक्ट में यह सुविधा हासिल है कि, वे लागत मूल्य के अनुसार विक्रय दर निर्धारित करेंगे। राज्य सरकार ने जो अनुमानित विक्रय दर रखी है उसके अनुसार, कीट नियंत्रण के लिए पचास रुपए लीटर, वृद्धि वर्धक के लिए 40 रुपए लीटर और पर्णीय छिड़काव के लिए 6 रुपये प्रति लीटर दर रखी है।
गौ मूत्र गुणवत्ता परीक्षण भी होगा
सरकार गौ मूत्र की गुणवत्ता का परीक्षण भी कराएगी। इसके दो उपाय हैं, पहला प्लेटफ़ार्म टेस्ट जबकि दूसरा फिजिको केमिकल टेस्ट।प्लेटफ़ॉर्म टेस्ट गौठान में गंध और रंग के अनुभव के आधार पर किया जा सकेगा जबकि फिजिको कैमिकल टेस्ट तकनीकी है, इसके तहत पीएच जाँच और स्पेसिफिक ग्रेविटी जाँच होगी, जिसके लिए डिपस्टीक या यूरोमीटर का उपयोग होगा।
सरकार नहीं देगी पैसा, गौठान करेंगे व्यवस्था
राज्य सरकार इस योजना के लिए कोई पैसा नहीं देगी, बल्कि गौठानों को जो राशि लाभ के बतौर हासिल हो रही है, वे इसी में से व्यय करेंगे।