बिलासपुर में रेलवे पुल के नीचे मिला शव
BILASPUR. बिलासपुर-कटनी रेलमार्ग में बेलगहना और खोडरी स्टेशन के बीच दुर्गम इलाके में भनवारटंक स्टेशन है। इसके पास ही अंग्रेजों का बनवाया ऐतिहासिक पुल है। यहां चलती ट्रेन में एक युवक ने 70 फीट गहरी खाई में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। रेलवे के गैंगमेन को जब इसकी जानकारी हुई तो कोटा थाने की बेलगहना चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। 7 घंटे की मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया और फिर मालगाड़ी में रखकर उसकी लाश को बिलासपुर लेकर गई। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
परिजनों को दी गई घटना की सूचना
हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवक ने चलती ट्रेन से ही छलांग लगाई है, लेकिन पुलिस भी यही अनुमान लगा रही है। वहीं उसकी जेब की तलाशी लेने पर मिले पहचान पत्र और फोटो के जरिए पता चला कि मृतक मुंगेली जिले का रहने वाला था। उसकी पहचान सागर कुमार धिर्रे के रूप में की गई है। वहीं इसकी सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है।
पुल से छलांग लगाने का लगाया जा रहा अंदाजा
रेलवे का एक गैंगमेन रेलवे ट्रैक का जायजा लेते हुए जा रहा था, तभी उसकी नजर भनवारटंक रेलवे स्टेशन से आगे खोडरी स्टेशन की दिशा में बने ऐतिहासिक पुल के नीचे खाई पर पड़ी। वहां एक लाश पड़ी हुई थी। देखने से ही अंदाजा लगाया जा सकता था कि वो पुल के ऊपर से ही नीचे गिरा होगा। उसने इसकी सूचना बेलगहना चौकी की पुलिस को दी। पुलिस की टीम मशक्कत के बाद उस जगह पर पहुंची। वहीं बाद में पुलिस ने भी लाश की हालत को देखकर अनुमान लगाया है कि युवक ने चलती ट्रेन से छलांग लगाई होगी। इसके बाद उसे खाई से बाहर ट्रैक तक लाने के लिए 7 घंटे तक मशक्कत करनी पड़ी, तब जाकर उसे निकाला जा सका। इसके बाद बिलासपुर की ओर आ रही एक मालगाड़ी पर लाश को रखकर बिलासपुर स्टेशन पहुंचाया गया।
कई एंगल से जांच कर रही पुलिस
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर उसने किस ट्रेन से छलांग लगाई है। यह भी हो सकता है कि पुलिस का अनुमान गलत निकले और मरहीमाता के दर्शन के बहाने ही वह गया होगा और बाद में पुल के पास आकर छलांग लगाई होगी। पुलिस जानबूझकर हत्या के उद्देश्य से उसे फेंका गया होगा, इस एंगल से भी आगे जांच करेगी।