Raipur। प्रदेश भर में आयोजित बीजेपी के जेल भरो आंदोलन में भाजपा के मीडिया सेल ने यह दावा किया है कि, पूरे प्रदेश में सत्तर हज़ार भाजपा कार्यकर्ताओं ने गिरफ़्तारी दी है, लेकिन सरकारी आँकड़ों में यह केवल 9197 दर्ज है। सरकारी आँकड़ों से आशय है कि यह प्रदेश भर के ज़िलों में दर्ज गिरफ़्तारी के आँकड़े हैं।इन आँकड़ों को पीसीसी मीडिया सेल ने भी जारी किया है और लिखा है कि बीजेपी के आंदोलन को जनता ने ख़ारिज कर दिया है। जबकि बीजेपी ने इसे प्रायोजित आँकड़ा बताया है।
बीजेपी बोली, फ़ोटो वीडियो को कैसे झूठलाएंगे
बीजेपी के दावे और सरकारी आँकड़ों में 67803 का अंतर है। इसे लेकर बीजेपी का आरोप है कि जेल भरो आंदोलन में कार्यकर्ताओं की सूची दी गई थी लेकिन उसे दर्ज नहीं किया गया है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने द सूत्र से कहा
“जेल भरो आंदोलन में मैं बिलासपुर में शामिल हुआ था, हम लोग पाँच हज़ार कार्यकर्ता थे, हमने सूची दी थी। पुलिस पांच हज़ार से दस्तख़त ही नहीं करा पाई। उससे जितने हुए या कि जितना वो करना चाहती थी उसने उतने ही हस्ताक्षर लिए और आँकड़े दर्ज कर लिए। वे आँकड़े प्रायोजित हैं, जो उन आँकड़ों पर ख़ुश हो रहे हैं, वे फ़ोटो वीडियो को कैसे झुठलाएँगे”
कांग्रेस बोली राजनैतिक नौटंकी जनता ने ख़ारिज की
प्रदेश भर में गिरफ़्तारी के सरकारी आँकड़ों के साथ पीसीसी के मीडिया सेल ने दावा किया है कि, दरअसल यह आंदोलन नहीं राजनैतिक नौटंकी थी, जिसे जनता ने ख़ारिज कर दिया। जिस नियम का विरोध करते हुए बीजेपी सड़क पर उतरी, उसी नियम को बीते पंद्रह बरसों तक खुद क्रियान्वित कराती रही, और आज विपक्ष में है तो उसी नियम का विरोध कर रही है। बीजेपी ने अपने शासनकाल में इसी नियम का हर जगह प्रयोग किया, जनता इस सच को जान गई और उसने इस आंदोलन को ख़ारिज कर दिया है।
बीजेपी के जेल भराे आंदोलन में जिलेवार गिरफ्तारी की प्रशासन द्वारा जारी संख्या को देखने के लिए कृपया अटेचमेंट देखें।