याज्ञवलक्य मिश्रा, RAIPUR. ईडी ने IAS समीर बिश्नोई उनकी पत्नी समेत 5 को अपने कार्यालय में रोक लिया है। अन्य पांच में एक बड़े कोल व्यवसायी जिनका रायपुर से संबंध हैं। एक महासमुंद और एक अन्य का रायगढ संबंध है। हालांकि इस सूचना की कोई अधिकृत पुष्टि नहीं है। खबरें ये भी तैर रही हैं कि आईएएस समीर बिश्नोई को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इन सारी खबरों की अधिकारिता अधिकृत रूप से कुछ भी नहीं है। ईडी की ओर से पूरी कार्रवाई को लेकर कुछ भी नहीं कहा गया है।
आयकर विभाग के छापे से मिले इनपुट पर पड़ा है छापा
ऐसी खबरें हैं कि आयकर विभाग का छापा जो कि व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी या प्रदेश के कोयला उद्योग पर केंद्रित था, उस छापे के दौरान जो भी डिजीटल अभिलेख या कि अन्य सामग्री मिली उन्हें ईडी को दिया गया और ईडी का यह छापा उन्हीं अभिलेखों के आधार पर है। ईडी की पूरी कार्रवाई को केवल इस आधार पर देखें कि यह टीम किन जगहों पर गई तो समझ आ जाएगा कि वे दरअसल आयकर विभाग के छापों से मिले इनपुट पर ही काम कर रहे हैं। ED हर उस जगह पर गई है या जा रही है, जिसे लेकर चर्चाएं रहीं कि कोयले से जुड़े व्यवसाय और व्यवसायी संरक्षित या प्रभावकारी साबित हुए। ED की अब तक की कार्रवाई से जो संकेत हैं वे केवल ये बताते हैं कि ये छापे उस स्टेटमेंट रिकॉर्ड के लिए हैं जो आईटी से मिले दस्तावेज जिनमें डिजिटल अभिलेख भी हैं, के आधार पर तैयार हैं।
IAS बिश्नोई डिटेन क्यों ?
जिन्हें डिटेन करने की खबरें तेजी से वायरल हैं, उन्हें लेकर ये सूचनाएं हैं कि ED की टीम केवल स्टेटमेंट के लिए गई थी। सर्च वारंट के साथ पहुंची ED टीम ने स्वाभाविक रुप से सर्च भी किया लेकिन उनका मूल उद्देश्य आईटी से मिले अभिलेख, अभिलेखों के लिए इकट्ठा हुए प्रमाण पर पर्याप्त प्रश्नावली के साथ बयान दर्ज कराना था। लेकिन जिन लोगों को ईडी ने डिटेन किया उनके पास से संपत्ति नगद और आभूषण के रूप में साथ ही कुछ जगहों पर जमीनों से जुड़े निवेश के अभिलेख मिले। नतीजतन ED ने डिटेन कर लिया।
अधिकृत बयान या प्रेस नोट का इंतजार
हम फिर ये स्पष्ट कर रहे हैं विस्तृत और अधिकृत पुष्टि ईडी ही करेगी। उस अधिकृत प्रेस नोट से ही इन सारी सूचनाओं की पुष्टि होगी या साबित होगा वे तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह सही नहीं थी।