धमतरी- बलरामपुर में में हाथियों का कहर, 100 एकड़ से ज्यादा की फसलों को किया बर्बाद ; किसानों ने प्रशासन से मांगा मुआवजा

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The Sootr CG
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धमतरी- बलरामपुर में में हाथियों का कहर, 100 एकड़ से ज्यादा की फसलों को किया बर्बाद ; किसानों ने प्रशासन से मांगा मुआवजा

DAMTARI/BALRAMPUR. छत्तीसगढ़ का धमतरी और बलरामपुर जिला हाथियों की पसंदीदा जगह बन गई है, लेकिन किसानों के लिए हाथी मुसीबत बन गए हैं। कुकरेल क्षेत्र के करीब आधा दर्जन गांवों में हाथियों के झुंड ने आतंक मचा रखा है। 100 एकड़ से ज्यादा खेत में लगी धान की फसल को हाथियों ने बर्बाद कर दिया है। इसकी भरपाई की मांग किसान अब वन विभाग और जिला प्रशासन से कर रहे हैं। इधर,बलरामपुर में हाथियों के आतंक से ग्रामीण रात भर जागने को मजबूर हैं।



फसलों को बर्बाद कर रहे हाथी 



केरेगांव वन परिक्षेत्र के बनबगौद, कुम्हडा, मकरदोना, खडादाह समेत आधा दर्जन गांवों के जंगल में चार हाथी घूम रहे हैं, जो खेतों में लगी धान समेत दूसरी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इससे इलाके के किसान काफी परेशान हैं। किसानों का कहना कि अब धान की फसल में बालिया निकलने वाली हैं। ऐसे में हाथी फसलों को बर्बाद कर रहे हैं, इससे किसानों को नुकसान होगा। हाथी लगातार खेतों में जाकर फसलों को बर्बाद कर रहे हैं लेकिन वन विभाग हाथियों को नहीं रोक रहा है , इससे किसानों में वन विभाग के खिलाफ नाराजगी है । इसके साथ ही पीड़ित किसान फसलों के नुकसान को लेकर मुआवजे की भी लगातार मांग कर रहे हैं। 



नुकसान का सर्वे कराने के निर्देश



वन विभाग का कहना है कि विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से नुकसान का आंकलन नहीं हो पाया था। हालांकि अभी कर्मचारियों को नुकसान का सर्वे कर मुआवजा प्रकरण बनाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा केरेगांव वन परिक्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवो में मुनादी कराकर लोगों को जंगल नहीं जाने की हिदायत दी गई है और हाथियों की लगातार निगरानी टीम कर रही है।



रात भर जागने को ग्रामीण मजबूर 



बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के अलखडीहा, कौडू माकड़ और दुप्पी में ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं। हाथियों के आतंक से ग्रामीण डरे हुए हैं। वहीं फॉरेस्ट की टीम रातभर इन इलाकों में मुनादी कराती रही और ग्रामीणों को जंगल जाने से मना करते रहे।



सेवारी गांव के आसपास घूम रहा 30 हाथियों का दल



जिले की 3 जगहों पर हाथियों का दल घूम रहा है। एक दल में दो हाथी है, जो काफी खतरनाक हैं और उन्होंने दुप्पी में एक आदमी की जान भी ले ली है इसके अलावा 30 हाथियों का दल 10 शावकों के साथ सेवारी गांव के पास घूम रहा है। वहीं 15 हाथियों का तीसरा दल रामचंद्र पुर क्षेत्र में घूम रहा है।



दोनों की सुरक्षा जरूरी



इस संबंध में डीएफओ धमतरी मयंक पांडेय ने कहा कि जंगल से लगा हुआ क्षेत्र होने से हाथी घूमते हुए बस्तियों में आ जाते हैं। इससे किसानों की फसलों को नुकसान होता है। हमारी कोशिश है कि हाथियों के झुंड को मूव किया जाए क्योंकि लोगों के साथ ही हाथियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी हमारी है। वन विभाग का अमला हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखे हुए है।


बलरामपुर में हाथियों का आतंक Elephants' terror in Dhamtari Balrampur elephants damaging crops villagers demanding compensation धमतरी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हाथी मुआवजा देने की मांग कर रहे ग्रामीण