Raipur।तीन सितंबर को सारंगढ बिलाईगढ़ ज़िला अस्तित्व में आएगा। सारंगढ बिलाईगढ़ ज़िला उन तीन ज़िलों में से एक है,जो दो सितंबर और तीन सितंबर को अस्तित्व में आ जाएँगे, इन तीनों ही ज़िलों में जो क्रमशः सारंगढ, खैरागढ़ और मोहला हैं वहाँ मुख्यमंत्री बघेल मुख्य अतिथि के रुप में मौजूद रहेंगे।लेकिन सारंगढ बिलाईगढ़ नामक नवगठित ज़िले के उद्घाटन कार्यक्रम में भीड़ के लाने से लेकर भीड़ कौन से नारे लगाए और कौन से स्टीकर कौन लगाएगा इसको लेकर सरकारी अमले ने गाइडलाइन जारी की है। यह गाइडलाइन वायरल हो गई है, खबरें हैं कि, इस ज़िले के साथ दो अन्य ज़िलों के उद्घाटन समारोह में भी कुछ ऐसे ही निर्देश जारी किए गए हैं पर वहाँ यह आदेश सरकारी अफ़सरों ने मौखिक जारी किए हैं।
क्या कह रहा है आदेश
जब भी कोई बड़ा शासकीय आयोजन होता है तो ज़िला प्रशासन कार्य विभाजन करता है। लेकिन उस कार्य विभाजन में सरकारी अमला यह तय नहीं करता कि, क्या नारे लगाए जाएँ किसके लिए लगाए जाएँ, भीड़ कैसे जुटाई जाए और दिगर प्रचार सामग्री पर स्पेसिफिक क्या लिखा जाए। यह तय करने का काम राजनैतिक दलों का होता है और वे अपने पार्टी फंड और कार्यकर्ताओं से यह काम कराते हैं। लेकिन यहाँ यह काम भी सरकारी अधिकारियों ने अपने काँधे पर ले लिया है। कार्य विभाजन आदेश में पंचायत विभाग की जवाबदेही है कि, वह प्रत्येक ग्राम पंचायत में पाँच पाँच गाड़ियाँ भिजवाए।500 बाईकर्स को बाईक रैली के लिए तैयार करवाना,प्रत्येक सचिव से स्टीकर बनवाना जिसमें लिखा होगा
“माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा सारंगढ-बिलाईगढ़ ज़िला बनाने पर आभार स्वागत अभिनंदन”।
वन विभाग क़रीब पाँच हज़ार डंडा और तख्ती देगा,जिसमें ज़िला बनने पर मुख्यमंत्री बघेल और संसदीय सचिव का आभार भी लिखवा कर वन विभाग देगा। नगर पंचायत विभाग की जवाबदेही है कि, वह लगातार यह नारे लगवाए
“नवीन ज़िला सारंगढ-बिलाईगढ़ बनने पर माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन एवं संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन का आभार”।
खाद्य विभाग का ज़िम्मा है कि राशन दुकान के सभी सदस्य और सभी व्यवसायी रोड शो में स्वागत के लिए सड़क पर उपस्थित रहें।राजस्व अमला यह सुनिश्चित करेगा कि सभी क्रेशर संचालक रोड शो के दौरान उपस्थित रहे।उच्च शिक्षा विभाग कॉलेज और ITI के शत प्रतिशत बच्चों को कार्यक्रम में उपस्थित कराना सुनिश्चित करेगा। आठ विभाग जिनमें PWD, जल संसाधन, राजस्व,आदिम जाति कल्याण,वन, महिला बाल विकास,आबकारी और कृषि शामिल हैं उनकी ज़िम्मेदारी है कि वे पाँच हज़ार लोगों के खाने की व्यवस्था रखें।
चावल से लेकर बर्तन तक विभागवार कुछ ऐसा है ज़िम्मा
खाने में चावल दाल मिलर से खाद्य विभाग करेगा, सब्ज़ी महिला बाल विकास करेगा। गंज झारा कढ़ाई चम्मच और बर्तन मंडल संयोजक और बीईओ इसकी व्यवस्था करेंगे।गैस सिलेंडर और चूल्हा आबकारी जबकि तेल मिर्च हल्दी नमक मसाला, प्याज़,आलू,लहसुन,जीरा,और बर्तनों की सफ़ाई के लिए वाशिंग पॉवडर और ब्रश की जवाबदेही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के हवाले है।