KAWARDHA. छत्तीसगढ़ के कई जिलों में हाथियों का आतंक लगातार जारी है। यह आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार जिला कवर्धा के अंतर्गत आने वाले पंडरिया ब्लॉक के जंगल में 7 हाथियों के आने से आस-पास के गांव में दहशत का माहौल बना हुआ हैं। हालाकि हाथियों की निगरानी के लिए वन विभाग पूरी तरह तैयार है, लेकिन गांव के लोगों में हाथियों का खौफ साफ तौर पर दिख रहा हैं।
वन विभाग ने लोगों को किया अलर्ट
कवर्धा के कोदवा, गोडान, मझोली, रमन सनकपाट से लगे पहाड़ में हाथियों के झुंड को देखा गया है। इसके बाद वन विभाग ने गांव वालों को जंगल की ओर ना जाने की अपील की हैं। वन विभाग ने अपील के साथ एक अधिकारिक नोटिस भी जारी किया है। इसमें हाथियों के आवागमन को लेकर अलर्ट किया गया है। वन विभाग के अनुसार हाथियों का एक ओर से दूसरे ओर पलायन करने का सिलसिला 3 महीने से चल रहा हैं। इसके कारण लोगों में दहशत का माहौल है।
हाथियों ने ग्रामीण इलाकों में मचाया उत्पात
हाथियों के इस पलायन के कारण किसी की फसल खराब हो रही है तो किसी की फसल ही हाथियों ने खत्म कर दी, तो कहीं घर गिरा दिया। इन कारणों की वजह से जिधर भी इनका जाना होता है। उधर के व्यक्तियों की जान गले में अटकी होती हैं। कवर्धा जिले के पंडरिया में अब हाथियों की आवक-जावक देखी जा रही हैं। वन विभाग ने गांव वालों को सुरक्षित रखने का भी अश्वासन दिया हैं। लेकिन ऐन वक्त पर क्या हो इस पर कोई कुछ नहीं कह सकता हैं।
रातभर जाग रहे लोग
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में हाथियों का खौफ इस तरह है कि लोग कई रातों तक रातभर जागने तक को मजबूर हैं। वहीं कई बार हाथी के हमले से लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ जाती है। दिनों दिन सिमटते जा रहे जंगलों के कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हो रहा है। हाथियों का आतंक ज्यादातर उन्ही जिलों के गांवों में है जो कि वन क्षेत्रों से लगे हुए हैं।