Raipur. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पॉलिटकल अफ़ेयर कमेटी की बैठक आयोजित हुई। बैठक में दो वरिष्ठ मंत्री टी एस सिंहदेव, राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी और वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और गुटबाज़ी का मसला बेहद सधे अंदाज में उठाया। वहीं प्रदेश कांग्रेस के कार्यवाहक प्रभारी पी एल पुनिया ने कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री बघेल ने इस बैठक में प्रभारी मंत्रियों के दौरे में कार्यकर्ताओं की बात सुने जाने की आवश्यकता पर बल दिया।सीएम बघेल ने कहा कि, प्रभारी मंत्री को प्रभार वाले जिले में रात रूकना चाहिए,कार्यकर्ताओं की सुनना चाहिए और फिर बैठक करना चाहिए।
पीसीसी चीफ़ मरकाम की अनुपस्थिति में हो गई बैठक
कांग्रेस के उदयपुर में राष्ट्रीय सम्मेलन के मंथन के बाद अस्तित्व में आई इस कमेटी की बैठक तब आयोजित हुई जबकि पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम मौजूद नहीं थे।उदयपुर शिविर के अनुसार यह कमेटी आगामी चुनाव को लेकर विमर्श और आवश्यक निर्णय लिए जाने के लिए मंथन करने के लिए अनिवार्य रुप से गठित की गई है।इस बात का जवाब राजीव भवन से जारी प्रेस रिलीज़ में भी नहीं है कि, पीसीसी चीफ़ मरकाम की अनुपस्थिति के बग़ैर इस बैठक को आयोजित करने की हड़बड़ी या कि अनिवार्यता क्या थी।
बैठक में दो प्रस्ताव पारित
बैठक की शुरुआत कार्यवाहक प्रदेश संगठन प्रभारी पीएल पुनिया के उद्बोधन से हुई। बैठक में दो प्रस्ताव पारित किए गए। पहला प्रस्ताव पार्टी का लंबे समय तक नेतृत्व करने के और पार्टी को सेवा देने के लिए श्रीमती सोनिया गांधी के प्रति कृतज्ञता का था जबकि दूसरा प्रस्ताव नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस और मज़बूती से आने वाली चुनौतियों का भरपूर सामना करने और खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस को और मज़बूत करेंगे का था।
दो टूक अंदाज में कही गई बात
बैठक आगामी चुनाव को लेकर चुनौती और समाधान के विषय पर केंद्रित थी। इस बैठक में कुल पाँच वक्ताओं ने अपनी बातें कहीं। इनमें वक्ताओं का क्रम कुछ यूँ था, सबसे पहले कार्यवाहक संगठन प्रभारी पुनिया, सीएम भूपेश बघेल, राष्ट्रीय सचिव राजेश तिवारी, वरिष्ठ मंत्री टी एस सिंहदेव और वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा। अंतिम तीन वक्ताओं ने जो कहा वह कुछ यूँ था
राजेश तिवारी - पिछले चुनाव में जिन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, वे सब किनारे हैं। उन्हें महत्वपूर्ण जवाबदेही दी जानी चाहिए।
मंत्री टी एस सिंहदेव- पिछली बार कोई गुट नहीं था,सभी नेता एक मंच पर थे, इसलिए अच्छे परिणाम आए।इस बार स्थितियाँ भिन्न हैं, कार्यकर्ता नाराज़ है। उस दिशा में गंभीरता से कार्य होना चाहिए।
वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा - जो लोग पार्टी के खिलाफ काम करते हैं, उनके ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। जिन्होंने पिछले विधानसभा में पार्टी के खिलाफ काम किया,उन्हें कोई पद नहीं देना चाहिए।
सीएम बघेल की सलाह, प्रभारी मंत्री कार्यकर्ताओं का पहले काम करें, अधिकारियों की बैठक बाद में लें
पॉलिटकल अफ़ेयर कमेटी की इस बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यकर्ताओं की बात प्राथमिकता से सुनने और उनका काम प्राथमिकता से कराए जाने के सलाहियत दी। सीएम बघेल ने कहा
“प्रभारी मंत्री जब भी प्रभार वाले ज़िलों में जाएँ, तो बैठक करें। कार्यकर्ताओं से मिलें, एक रात जिले में रुकें। कार्यकर्ताओं के आवेदन लें , उनके काम प्राथमिकता से कराएँ और फिर आख़िर में अधिकारियों की बैठक लें।”
कार्यवाहक प्रभारी पुनिया की हिदायत
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस संगठन के कार्यवाहक प्रभारी पी एल पुनिया ने पार्टी में अनुशासन को महत्व देने के निर्देश दिए। पी एल पुनिया ने बैठक में कहा
“अनुशासन हीनता बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य रुप से हो, यह देखना जरुरी है। कोई पदाधिकारी सोशल मीडिया पर आंतरिक मामलों या कि किसी अन्य पदाधिकारी पर टिप्पणी करता है तो तत्काल पार्टी से निकाले जाने की कार्यवाही होनी चाहिए।”