Raipur: दक्षिण पश्चिम मानसून छत्तीसगढ़ की सीमाओं पर दस्तक दे उससे पहले प्री मानसून एक्टिविटीज प्रदेश में तेज होती जा रही हैं। बुधवार को प्रदेश के कई शहरों में कम से लेकर मध्यम बारिश तक की संभावना जताई गई है। कुछ जिलों में भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग का अनुमान
रायपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र का आंकलन है कि पूर्वी पश्चिमी द्रोणिका फिलहाल पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर मणिपुर तक सक्रिय है। एक उत्तर दक्षिण द्रोणिका उत्तर प्रदेश से लेकर दक्षिण छत्तीसगढ़ तक फैली हुई है। बारिश का ये एक लोकल सिस्टम डेवलेप हुआ है जिसके चलते प्रदेश के कई स्थानों पर बारिश होगी। कुछ जगह गरज चमक के साथ छींटे भी पड़ेंगे। इतना ही नहीं बिजली गिरने और तेज हवाएं भी प्रदेश के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है।
कैसा रहा मौसम का मिजाज
मंगलवार को शाम से ही रायपुर में बादलों की हलचल नजर आती रही। मौसम विभाग की सैटेलाइट इमेज से में ये बादल साफ दिखाई दिए। बिलासपुर और सरगुजा में भी मौसमी हलचले दिखीं। ये बादल बुधवार को भी अपना असर दिखा सकते हैं। रायपुर, बस्तर और बिलासपुर संभाग में बारिश की संभावनाएं हैं।
मंगलवार को भी कई इलाकों में बारिश हुई। उस वक्त तो लोगों को राहत का अहसास हुआ। लेकिन बाद में हुई उमस ने और बेहाल कर दिया। मंगलवार को हुई बारिश में सबसे ज्यादा बारिश पथरिया में आंकी गईँ जहां 6 मिलीमीटर तक बारिश हुई। इसके अलावा कोंडागांव में तीन मिमी। चांपा में एक मिमी बारिश दर्ज की गई। बस्तर, नारायणपुर, धमतरी, कबीरधाम, मुंगेली, कोरिया, जशपुर और सरगुजा में भी कई जगह बारिश हुई।
छत्तीसगढ़ से कितनी दूर मानसून
दक्षिण पश्चिम की ओर से आने वाला मानसून कल तक आंध्रप्रदेश और तेलंगाना तक पहुंच चुका था। ये मानसून गुजरात के कुछ हिस्सों पर भी छा चुका है। बुधवार को मानसून की आमद मध्यप्रदेश में हो सकती है। इन्हीं हवाओं का असर छत्तीसगढ़ में दिखाई देने लगा है। ठंडी और नम हवाओँ प्रदेश में डेरा जमा रही हैं। जिसके बाद यहां बारिश की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि बारिश का दौर पूरा शुरू नहीं होने तक लोगों को चिपचिपी गर्मी का सामना करना पड़ेगा।