RAIPUR. छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर स्वच्छ भारत मिशन के तहत कीर्तिमान रचा है। स्वच्छता सर्वेक्षण-2022 को लेकर शनिवार को नतीजे जारी कर दिए गए। इस बार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य की श्रेणी में छत्तीसगढ़ को दूसरा पुरस्कार मिला है। वहीं एक लाख की आबादी में दुर्ग जिले के पाटन को देश में दूसरा सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया है। आपको बता दें कि साल 2021 में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ स्वच्छता के लिए अंबिकापुर, भिलाई-चरोदा, बिलासपुर, चिरमिरी, कोरबा, रायगढ़, राजनांदगांव, दुर्ग को भी अवॉर्ड मिले थे।
मध्यप्रदेश से 580 अंक पीछे छत्तीसगढ़
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए एक कार्यक्रम के दौरान इसकी घोषणा की। इस दौरान शहरी प्रशासन एवं श्रम मंत्री शिव कुमार डहरिया ने पुरस्कार ग्रहण किया। हालांकि पिछले तीन साल से पहले स्थान पर मौजूद छत्तीसगढ़ इस पर एक पायदान नीचे खिसक गया है। केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में मध्यप्रदेश को राज्यों में पहला स्थान मिला है। इसके बाद छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र का स्थान है। छत्तीसगढ़ को 3 हजार 890 अंक मिले हैं, जो कि पहले स्थान पर काबिज हुए मध्यप्रदेश से 580 अंक पीछे है।
अंबिकापुर का भी परचम
अंबिकापुर नगर निगम रोल मॉडल बना हुआ है। इससे प्रेरित होकर संभाग के 6 निकाय इस बार स्वच्छता सूची में शामिल हुए हैं। इनमें उत्तर छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर नगर निगम के बाद अब चिरमिरी नगर निगम, बलरामपुर नगर पालिका, जशपुर नगर पालिका, बिश्रामपुर नगर पंचायत और खोंगापानी नगर पंचायत शामिल हैं।
बिलासपुर 35वें नंबर पर पहुंचा
बिलासपुर की स्थिति बहुत ही खराब रही। शहर पिछले वर्ष के मुकाबले 14 पायदान गिरकर 35वें नंबर पर पहुंच गया है। परिणाम घोषित होने से पहले नगर निगम के अधिकारी इस पर बेहतर स्थान मिलने का दावा कर रहे थे लेकिन खराब तैयारी और नवाचार की कमी के कारण पिछले वर्ष से भी बुरा हाल रहा। शहर एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में 35वें स्थान पर आया है।