राजधानी रायपुर में महिलाओं का समूह धरने पर है। इन महिलाओं ने दीवाली की रात भी आंदोलन स्थल पर गुज़ार दी है। ये महिलाएं उन दिवंगत शिक्षाकर्मियों की विधवाएं और आश्रित हैं जिन्हें अनुकंपा नियुक्ति का इंतज़ार है। नियमों के पेंच में फंसे इस मसले पर कोई जवाबदेह कुछ कहने को तैयार नहीं है। सीएम बघेल जब विपक्ष में थे तो वे इन आंदोलित महिलाओं के साथ थे और आज जब वह सीएम हैं, उनकी सरकार चार बरसों में राहत नहीं दे पाई है।