BHANUPRATAPPUR. उपचुनाव में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। आरक्षण कटौती को लेकर सर्व आदिवासी समाज कांग्रेस को घेरता नजर आ रहा है। 9 नवंबर को सर्व आदिवासी समाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरक्षण कटौती को लेकर गंभीर ना होने का आरोप लगाते हुए भानुप्रतापपुर उपचुनाव में परिणाम भुगतने की बात कही। सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष जीवन ठाकुर ने कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया के दंतेवाड़ा में सर्व आदिवासी समाज के लिए की टिप्पणी पर विरोध जताते हुए बस्तर की सीमा में घुसने पर अंजाम भुगतने की बात कही है।
5 दिसंबर को होगा उपचुनाव
भानुप्रतापपुर उप चुनाव में सर्व आदिवासी समाज अपना प्रत्याशी उतरने की तैयारी में है। इसको लेकर 10 नवंबर को अहम बैठक भानुप्रतापपुर में रखी गई है। इसमें सर्व आदिवासी समाज के पधाधिकारी सम्मलित हुए। विधायक मनोज मांडवी के निधन के बाद भानुप्रतापुर सीट खाली हो गई है। इसके चुनाव 5 दिसंबर को होना है। आदिवासी आरक्षित सीट भानुप्रतापपुर में सर्व आदिवासी समाज का विरोध कांग्रेस की मुस्किलें बढ़ा सकता है। अब देखना ये है कि सर्व आदिवासी समाज का विरोध का फायदा बीजेपी को मिलता है या कांग्रेस सर्व आदिवासी समाज को मनाने में सफल हो पाएगी।
प्रत्याशी उतराने की तैयारी में आदिवासी समाज
जीवन ठाकुर जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज ने कहा कि 32% आरक्षण और पैसा कानून के लिए हमने सरकार को आंदोलन के रूप आगाह किया है। सर्व आदिवासी समाज ने फैसला लिया है कि कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया को प्रवेश नहीं करने देंगे। आने वाले उप चुनाव में सरकार हमको आरक्षण नहीं देती तो हम भी उनको वोट नहीं देंगे, इसको लेकर हमारी बैठक 10 को रखी गई है। समाज अपना प्रत्याशी मैदान में उतारने की सोच रहे हैं। उप चुनाव में बड़ी पार्टियों का जमावड़ा होगा इसलिए हमने हर गांव से एक अपना प्रत्याशी उतारने का निर्णय लिया है ताकि वो हमारे वोट पर सेंध ना लगा सकें।