DHAMTARI. धमतरी के बरारी गांव में सोमवार की दोपहर को पटाखा फैक्टरी में जबरदस्त विस्फोट हुआ है। इस धमाके में फैक्टरी की बाउंड्रीवॉल ध्वस्त हो गई। फैक्टरी के अंदर मौजूद पत्थर, ईंट और ड्रम काफी ऊंचाइयों तक उछलने के बाद आसपास के मकानों के ऊपर जा गिरे। इससे एक मकान में लगा शेड और कांच टूट गए। किचन में रखे बर्तन भी टूट-फूट गए।
धमाके से दहला गांव
जैसे ही फैक्टरी में ब्लास्ट हुआ, उसकी गूंज से पूरा गांव दहल गया और 3 किलोमीटर दूर तक आवाज सुनाई दी। फिर गांव के लोगों की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने हालात का जायजा लिया। अब तक किसी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है।
फैक्टरी और आसपास काम कर रहे लोग भागे
बरारी की पटाखा फैक्टरी में 20 फरवरी को दोपहर में ब्लास्ट हुआ। उस समय फैक्टरी और आसपास काम कर रहे 7 से 8 लोग जान बचाकर भाग निकले। वहीं ब्लास्ट से फैक्टरी के पत्थर, ईंट समेत कई सामाग्रियां काफी ऊंचाइयों तक जाकर आसपास क्षेत्रों में गिरा। बताया जा रहा है कि फैक्टरी के 2 कमरे और बाउंड्री ब्लास्ट से पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। जबकि आसपास खेतों में ईंट, पत्थर दूर-दूर तक जा गिरे हैं।
फैक्टरी के पास के घर का शेड टूटा
फैक्टरी के पास रहने वाले अहमद के घर का शेड टूट गया। घर में रखे बर्तन टूट गए और भोजन भी खराब हो गया। इस घटना से घर में रहे अन्य सदस्य भी काफी दहशत में हैं। घटना में बारूद का कंटेनर इधर-उधर जा गिरा। इसके बाद ग्रामीणों की भीड़ फैक्टरी के पास पहुंच गई। उन्होंने ही फायर ब्रिगेड और पुलिस को जानकारी दी। फायर ब्रिगेड ने तत्काल मौके पर पहुंचकर आग बुझाई।
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एएसपी मेघा ने लिया हालात का जायजा
जानकारी मिलने के बाद एएसपी मेघा टेम्भूरकर भी सिटी कोतवाली प्रभारी प्रणाली वैद्य समेत अन्य पुलिस अधिकारियों और जवानों के साथ घटना स्थल पर पहुंचीं और हालात का जायजा लिया। पुलिस अफसरों ने ग्रामीणों को वहां से दूर किया और पटाखा फैक्टरी में हुए ब्लास्ट का मुआयना किया। ग्रामीणों से इस संबंध में पूछताछ की गई। ग्रामीण लीलाराम यादव, रतिराम पटेल, छबीलाल ढीमर, जेएस यादव आदि ने बताया कि पटाखा फैक्टरी में भारी ब्लास्ट हुआ है। इसे ग्रामीणों ने सुना है और कुछ देर बाद देखा भी है। यहां पटाखे बनाए जाते हैं। इस संबंध में एएसपी मेघा टेम्भूरकर का कहना है कि जांच के बाद यदि लापरवाही मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल हर पहलू की जांच की जा रही है। इसके साथ ही लाइसेंस संबंधित दस्तावेज भी फैक्टरी मालिक से मांगे जाएंगे।