RAIGARH. रायगढ़ के कोतरारोड इलाके में ट्रस्ट के नाम पर आवंटित तकरीबन 20 एकड़ जमीन पर कब्जे का मामला सामने आया है। जमीन पर न सिर्फ कॉलोनी और हास्पिटल बन गए। बल्कि, थाने का निर्माण भी हो गया। जिला प्रशासन को मिली शिकायत के बाद जब जांच शुरू की गई तो कुल 41 लोगों के कब्जे पाए गए हैं। नजूल विभाग ने सभी 41 लोगों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। जमीन के सीमांकन की कार्रवाई भी शुरू हो गई है।
नजूल जमीन के बाद अब ट्रस्ट को आवंटित जमीन पर कब्जा
रायगढ़ में बेशकीमती जमीनों पर बेजा कब्जे और अवैध प्लाटिंग की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। नजूल जमीन के बाद अब ट्रस्ट को आवंटित जमीन पर भी अवैध निर्माण का मामला सामने आया है। शहर के कोतरारोड इलाके में स्थित बूढी माई ट्रस्ट समिति को आवंटित 60 एकड़ जमीन में तकरीबन 20 एकड़ जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा कर लिया। ट्रस्ट की जमीन पर न सिर्फ हॉस्पिटल, कॉलोनी और पार्क का निर्माण हो गया। बल्कि, जमीन पर कोतरारोड थाने के लिए अतिरिक्त भवन का निर्माण भी हो गया।
जमीन की कीमत 50 करोड़ से भी अधिक है
इस मामले में ट्रस्ट की शिकायत पर जब जिला प्रशासन ने जांच शुरू की तो तकरीबन 41 लोगों के कब्जे पाए गए हैं। कब्जाधारियों में पुलिस विभाग के द्वारा थाने के निर्माण के नाम पर ही 15 हजार वर्गफीट जमीन पर कब्जा पाया गया है। रुक्मणि विहार कॉलोनी के द्वारा भी ट्रस्ट की आधा एकड़ जमीन पर कब्जा किया गया है। इसी तरह जमीन पर सिद्धेश्वर नेत्रालय, जलतारे होटल जैसे कई व्यवसायिक निर्माण पाए गए हैं। जमीन की कीमत 50 करोड़ से भी अधिक की है। मामला सामने आने के बाद अब कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जिन लोगों के द्वारा कब्जा किया गया है उनके खिलाफ तत्काल बेदखली की कार्रवाई की जानी चाहिए।
जमीनों के दस्तावेजों की जांच की जा रही हैः एसडीएम
इधर मामले में शिकायत के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है। एसडीएम गगन शर्मा के निर्देश पर जांच टीम गठित की गई है जो कि ट्रस्ट की जमीन का सीमांकन करेगी। गगन शर्मा, एसडीएम का कहना है कि जमीनों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया तकरीबन 41 लोगों के कब्जे पाए गए हैं, जिन्हें नोटिस दिया गया है। जांच के बाद त्रुटि पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।