/sootr/media/post_banners/6ffaa86a963e8612c3a0254f107f3db9847473964af752ca24c556b4f4911fcf.jpeg)
Jagdalpur. झीरम हत्याकांड की दसवीं बरसी पर लालबाग स्थित झीरम मेमोरियल श्रद्धांजलि देते हुए भावुक हो गए। क़रीब दो मिनट 23 सेंकड के भाषण में उन्होने रुंधे कंठ से शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए संकल्प दोहराया कि, न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी। सीएम भूपेश ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाक़ात कर उन्हें शाल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया और कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार उनके साथ खड़ी है।
कंठ रुंधे, आंखें भीगीं
सीएम भूपेश बघेल परिजनों से मुलाक़ात के दौरान जब बोलने खड़े हुए तो भावुक हो गए। उनके कंठ रुंधे और आंखें भीग गईं। हालाँकि उन्होंने अपनी भावनाओं को नियंत्रित किया और संबोधन समाप्त कर दिया।
क्या बोले सीएम भूपेश
सीएम भूपेश का यह संबोधन क़रीब दो मिनट 23 सेंकड का था। उन्होंने जैसे ही बात शुरु की, भावनाओं का ज्वार उनके स्वर में साफ़ महसूस हुआ। सीएम भूपेश ने थोड़ा ठिठकते भावनाओं को क़ाबू में करने की कोशिश करते हुए कहा
“जब भी 25 मई आता है हम सबका दिल भर जाता है, वो घटना सबकी नज़रों के सामने है। जो लोग उस दुरुह घटना में बच गए थे जिन्होंने अपनी आँखों से अपने लोगों को गिरते देखा, वो सब हम लोगों को बताते रहे।25 मई 2013 जगदलपुर से आदरणीय नंद कुमार पटेल जी के नेतृत्व में सारे कार्यकर्ता नेता और सुरक्षाकर्मी सब साथ में गए थे।सुकमा में कार्यक्रम हुआ लौटे और यह घटना हुआ।कांग्रेस पार्टी पटेल जी के नेतृत्व में परिवर्तन की बात कर रही थी, सरगुजा से इसकी शुरुआत हुई थी.. समापन रायपुर में होना था लेकिन बीच में यह घटना घटी। आदरणीय पटेल जी अपने भाषणों में कहा करते थे कि परिवर्तन करना है यहाँ के किसानों के जीवन में परिवर्तन लाना है, आदिवासियों के जीवन में परिवर्तन लाना है..नौजवानों के जीवन में परिवर्तन लाना है महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाना है बच्चों के जीवन में परिवर्तन लाना है लेकिन परिवर्तन का संकल्प लेने वाले तमाम बड़े नेता हमारे बीच नहीं रहे..इस अवसर पर सभी शहीदों को नमन करते हुए.. सभी परिजनों के दुख में छत्तीसगढ़ सरकार और हम सब साथ में हैं.. और जब तक न्याय नहीं मिलेगा..तब तक लड़ाई जारी रखेंगे..सभी अमर शहीदों को नमन करते हुए परिजनों को प्रणाम करता हूँ।