याज्ञवल्क्य मिश्रा, Raipur. झीरम घाटी कांड को लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बड़ा हमला करते हुए सीएम भूपेश बघेल से पूछा है कि, जब माओवादी घटना को अंजाम दे रहे थे तब कौन था जो मोटरसाइकिल में भागा था। नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने न्यायिक जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं किए जाने पर भी सवाल उठाया है। नारायण चंदेल ने नाम नहीं लिया लेकिन यह कहा है कि जो भागा था वो वरिष्ठ नेता और शायद मंत्री है।
क्या था झीरम घाटी कांड
झीरम घाटी कांड 25 मई 2013 को हुआ था। झीरम घाटी कांड में नक्सलियों ने कांग्रेस के क़ाफ़िले पर हमला किया था। इस हमले में कांग्रेस की एक पीढ़ी ही समाप्त हो गई थी। इनमें तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, महेंद्र कर्मा, विद्याचरण शुक्ल समेत 32 लोगों की हत्या हुई थी।जब यह घटना हुई तब केंद्र में मनमोहन सिंह सरकार थी। केंद्र सरकार ने पूरा मामला NIA के सुपुर्द कर दिया था। पीसीसी चीफ़ रहते हुए भूपेश बघेल इस मामले पर लगातार बीजेपी सरकार पर हमलावर रहे।सीएम बघेल हमेशा यह कहते रहे हैं कि, यह राजनैतिक षड्यंत्र था।
क्या कहते हैं सीएम भूपेश
सीएम भूपेश बघेल ने हमेशा से झीरम घाटी कांड को राजनैतिक षड्यंत्र बताया है, और निशाने पर तत्कालीन रमन सिंह सरकार को रखा है। सीएम भूपेश ने सरकार बनने पर झीरम घाटी जाँच के लिए SIT गठित की थी। इसके अलावा दरभा थाने में पृथक से एफ़आइआर भी दर्ज कराई गई थी। लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई क्योंकि NIA ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा कि, वह मामले की जाँच कर रही है तो यदि किसी के पास कोई जानकारी है तो सीधे हमें दे। मंगलवार को सीएम भूपेश ने एयरपोर्ट पर कहा था
“यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि, हम एनआईए से डायरी माँगते हैं तो वे हमें देते नहीं।हमारे पास सबूत है किसको दें, क्या NIA को दें, जो लोग ज़िंदा बचे उनसे तो आजतक पूछताछ नहीं की क्या उस NIA से बात करें ? वो जाँच कर नहीं रहे हैं और हमें जाँच करने दे नहीं रहे हैं, तथ्य को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।आख़िर इतना डर क्यों है ? न्यायिक जाँच की रिपोर्ट राज्यपाल को दी गई आज तक ऐसा हुआ है क्या ? बीजेपी किस बात से डरी हुई है”
क्या कहा नेता प्रतिपक्ष चंदेल ने
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने इसी मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किया है कि न्यायिक जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की गई, उन्होंने बग़ैर किसी का नाम लिए झीरम घाटी कांड मसले पर एक मंत्री का ज़िक्र किया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा
“इन्होंने भी पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति गठित की थी, उसकी रिपोर्ट आ गई क्या ? अगर उसकी रिपोर्ट आई तो विधानसभा के पटल पर रखना था उनको। सार्वजनिक करना था उसको। झीरम की बात माननीय मुख्यमंत्री जी करते हैं, हम तो झीरम के मामले में मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहते हैं कि जिस समय झीरम घाटी में माओवादी इस घटना को अंजाम दे रहे थे उस समय कौन स्टार्ट मोटरसाइकिल में था और कौन वर्तमान कांग्रेस का वरिष्ठ नेता जो शायद मंत्री भी है, वो उस मोटरसाइकिल में कैसे भागा ?इन सारी बातों को क्या सार्वजनिक करेंगे मुख्यमंत्री जी ? यह अनेक संदेहों को जन्म देता है।”