Raipur,22 अप्रैल 2022। चार मई से शुरु होने वाले प्रदेश के सभी 90 विधानसभाओं के मुख्यमंत्री बघेल के दौरे को लेकर क़वायद पूरी हो चुकी है। इस दौरे के ज़रिए मुख्यमंत्री बघेल प्रदेश की सभी विधानसभा क्षेत्रों में पहुँच कर शासन की योजनाओं का फ़ीड बैक लेंगे।इस दौरान हर विधानसभा के तीन गाँव में मुख्यमंत्री का चॉपर उतरेगा। जिस विधानसभा में सीएम रहेंगे उसकी जानकारी तो ज़िला प्रशासन को होगी लेकिन किस गाँव में उतरेंगे यह अंतिम समय में ज़िलाधिकारियों को बताया जाएगा। संकेत हैं कि शुरुआत सरगुजा संभाग के सामरी विधानसभा से होगी।चार मई से 11 मई तक मुख्यमंत्री बघेल सरगुजा संभाग के सामरी, रामानुजगंज,प्रतापपुर,भटगाँव,प्रेमनगर,लुंड्रा, अंबिकापुर और सीतापुर में रह सकते हैं। संकेत हैं कि बस्तर इलाक़े की विधानसभाओं को तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। 18 मई से 20 मई और फिर 23 मई से 27 मई और उसके बाद 30 मई से दो जून ये तारीख़ें बस्तर इलाक़े के लिए रिज़र्व बताई गई हैं।6 जून को मुख्यमंत्री बघेल फिर सरगुजा संभाग की और लौट सकते हैं। 6 जून से 11 जून वे जशपुर ज़िला और कोरिया ज़िले के दौरे पर रह सकते हैं।
एकीकृत मध्यप्रदेश के समय में दिग्विजय सिंह ने गाँव तक छापामार शैली में पहुँच कर योजनाओं को सीधे जानने समझने की क़वायद शुरु की थी। छत्तीसगढ़ बनने के बाद में यह परंपरा यहाँ भी जारी रही, हालाँकि एक वक्त के बाद किस गाँव उतरेंगे यह गोपनीय कार्यक्रम ‘ओपन सिक्रेट’ की तरह हो गया था।मुख्यमंत्री बघेल हर विधानसभा पहुँचेंगे यह घोषणा उन्होंने बीते बजट सत्र के पहले विधायक दल की बैठक में और फिर मीडिया के सामने कर दी थी।अब उनके दौरे को लेकर विस्तृत तैयारी हो चुकी है और दौरे की शुरुआत की तारीख़ भी तय हो गई है जो कि चार मई है।मुख्यमंत्री बघेल के इन दौरों में जो लक्ष्य है वो उनके निर्धारित ( घोषित ) कार्यक्रम से पता चलता है, वे गाँव में नागरिक सुविधाओं और शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की टोह लेंगे।रात्रि विश्राम उसी विधानसभा में होगा जो संभावित है कि मुख्यालय में होगा।इस दौरान वे इलाक़े के प्रमुख लोगों और क्षेत्रीय अधिकारियों से व्यक्तिगत मुलाक़ात करेंगे।इस दौरान स्थानीय विधायक और ज़िले के प्रभारी मंत्री साथ होंगे।सुबह मीडिया से चर्चा के बाद वे अगले गंतव्य के लिए रवाना हो जाएँगे।
इस अभियान को केवल इस लिहाज़ से देखना कि प्रशासन कैसा चल रहा है इसका जायज़ा लेने मुख्यमंत्री पहुँच रहे हैं, शायद ग़लत होगा। सोलह महिने के भीतर चुनाव हैं। यह दौरे मुख्यमंत्री बघेल के लिए दरअसल वो फ़ीडबैक देंगे जिससे वे चुनावी संग्राम जीतने के लिए जरुरी रणनीति बना सकें। बीते 13 दिसंबर 2021 को शीतकालीन सत्र के ठीक पहले विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री बघेल ने विधायक दल से कहा था
“आप सबको जीत दिलाने की ज़िम्मेदारी मेरी है,मैं सभी के लिए बस्तर से लेकर सरगुजा तक आपके क्षेत्र में दौरा करुंगा,और हर हाल में सबको जीत दिलाऊँगा”
इस घोषणा के ज़रिए यह बताने की क़वायद भी थी कि, अगला चुनाव भी भूपेश बघेल के नेतृत्व और उनके चेहरे पर लड़ा जाएगा। कांग्रेस के भीतरखाने इस ऐलान के यही मक़सद थे, और अब इसे कार्यरुप में बदलने की क़वायद है चार मई से शुरु हो रहा मुख्यमंत्री बघेल का दौरा।