शिवम दुबे, RAIPUR. आबकारी विभाग में की गई गड़बड़ी को लेकर ईडी की कार्यवाही और प्रेस नोट को मुख्यमंत्री भूपेश ने मनगढ़ंत करार दिया है। सीएम बघेल ने ईडी को लेकर वह पुराना आरोप दोहराया है कि, ईडी के जरिए बीजेपी फायदा लेना चाहती है। ईडी के भरोसे फायदा लेना चाहती है।
गड़बड़ी थी तो सेंट्रल ऑडिट में क्यों नहीं मिली
मुख्यमंत्री भूपेश ने ईडी के प्रेस नोट में आबकारी राजस्व को हुए नुकसान का जिक्र करते हुए सवाल किया है कि, यदि यह आरोप सही है तो केंद्र सरकार के ऑडिट में यह गड़बड़ी क्यों नहीं आई। सीएम भूपेश ने कहा “आबकारी नीति डॉ. रमन सिंह सरकार के समय बनी, 2017 से जो डिस्टलर हैं, अधिकारी हैं, परिवहनकर्ता एजेंसी है, ये वही लोग हैं हमने कोई परिवर्तन नहीं किया। आबकारी विभाग का भारत सरकार का सीएजी ऑडिट करता है, उसने क्लीन चिट दी है। कोई गड़बड़ी नहीं हुई।”
राजस्व में तो डेढ़ गुना वृद्धि हो गई
सीएम भूपेश ने दावा किया है कि, जब डॉ. रमन सिंह सरकार के समय नीति बनी तब 3900 करोड़ रुपए सरकार के खाते में आए और अब आय 6000 करोड़ है। राज्य सरकार की आय में तो वृद्धि ही हुई है डेढ़ गुना से अधिक की वृद्धि हुई है तो आरोप तो ऐसे ही गलत हो गए।
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बीजेपी की एजेंट है ईडी
सीएम भूपेश ने ईडी को बीजेपी का एजेंट करार दिया है। सीएम भूपेश ने कहा “आप सब जानते हैं बीजेपी छत्तीसगढ़ में बेहद कमजोर है, ईडी ने आनन फानन में दो हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगा दिया, ईडी बीजेपी के एजेंट के रूप में काम कर रही है। अभी यह और षड़यंत्र करेंगे।”
दो सवाल करते हैं और घंटों बैठाते हैं
सीएम भूपेश ने ईडी की कार्यप्रणाली पर टिप्पणी की है। सीएम भूपेश ने कहा कि, दो सवाल रहेंगे, लेकिन घंटों बैठाए रहेंगे। सुबह दस बजे से बुलाते हैं और रात दो बजे छोड़ते हैं। सीएम भूपेश ने कहा “दो सवाल करते हैं, उसमें समय लगता है पांच मिनट, लेकिन बैठाए रखते हैं। केवल परेशान करने के लिए, दहशत फैलाने के लिए यह सब हो रहा है। यह ये क्यों नहीं बताते कि, कितनी चल अचल संपत्ति जब्त किए हैं।”