RAIPUR. छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर लगातार राजनीतिक बयानबाजी जारी है। भाजपा ने इस मामले में सरकार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए विधानसभा का घेराव कर आंदोलन किया। तो वहीं इस मामले में कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा इस मामले में भ्रम फैलाने का काम कर रही है। कांग्रेस संचार विभाग के चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला ने प्रधानमंत्री आवास को लेकर भाजपा से 10 सवाल पूछकर जवाब मांगा है।
काम करने के बजाए लटकाना कांग्रेस की प्रवृत्ति
सुशील आनंद शुक्ला द्वारा पूछे गए प्रमुख सवालों में भाजपा ने 16 लाख पीएम आवास की हितग्राही के आंकड़े कहां से लाए है? क्या भाजपाई जनगणना और छत्तीसगढ़ में आगामी 1 अप्रैल 2023 से शुरू हो रहे सर्वे के पक्ष में है या नही जैसे प्रमुख है। वहीं इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव का कहना है कि कांग्रेस जिस सूची की मांग कर रही है...वो उनके पास भी है और पब्लिक डोमेन में है....अरुण साव का आरोप है कि काम करने के बजाए उसे लटकाना ही कांग्रेस की प्रवृत्ति है।
यह खबर भी पढ़ें
विधानसभा का घेराव छत्तीसगढ़ के इतिहास में सबसे बड़ा आंदोलनः साव
बता दें कि मोर आवास मोर अधिकार अभियान के तहत किए गए विधानसभा घेराव के आंदोलन को भाजपा प्रदेश अरुण साव ने छत्तीसगढ़ के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन करार दिया है। अरुण साव का आरोप है कि भाजपा के कार्यकर्ता और हितग्राही शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करना चाह रहे थे, लेकिन जिस तरह से पुलिस ने रोका, वो जलियां वाला बाग की याद दिलाती है। पुलिस ने किस बर्बरता से लोगों को अपनी बात रखने से रोका है ये सब प्रदेश की जनता ने देखा है।
भाजपा के किसी भी नेता ने हिंसा नहीं की है
अरुण साव ने पुलिस के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आंदोलन में भाजपा के किसी भी नेता ने हिंसा नहीं की है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता आती जाती रहती है, सत्ता के इशारे पर इस तरह की बर्बरता पूर्वक करवाई करने वाले अधिकारियों पर भाजपा और जनता की नजर है। कांग्रेस पर पीएम आवास की फ़ाइल को रोकने का आरोप लगाते हुए अरुण साव ने कहा कि 2023 में हमारी सरकार बनेगी, और सरकार बनते ही मुख्यमंत्री निवास में जाने के पहले हमारा सीएम पीएम आवास के फाइल पर हस्ताक्षर करेगा।