DHAMTARI. धमतरी जिले के जंगल में पहली बार ऐसा नजारा दिखा है, जब एक साथ 35 हाथियों दल घूम रहा है। दरअसल धमतरी में सहित प्रदेशभर में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने हाथी भी पानी के आसपास मंडरा रहे है। नगरी में सिकासेर दल में शामिल 35 हाथियों का समूह सीतानदी के रिसगांव रेंज के गादुलबाहरा के तालाब में कल शाम ( 24 मई) तक अठखेलियां की। इसके बाद हाथी तालाब से बाहर निकलकर जंगल की ओर आगे बढ़ गए। हाथियों के इस दल को रात में भी जंगलों में घूमते देखा गया है। इसलिए वन विभाग ने नक्सल प्रभावित गांव मासुलखोई, मादागिरी, उजरावन, नयापारा, गाताबाहारा, करही, गादुलबाहारा में अलर्ट जारी किया है।
धमतरी में 35 हाथी एक साथ घूमते दिखे
बता दें कि सिकासेर दल में शामिल 35 हाथियों का समूह सीतानदी रेंज के जंगल को नहीं छोड़ रहे है। घनघोर जंगल होने से हाथियों को इलाका खूब पसंद आ रहा है। इस वजह से इसी रेंज में 2 महीने से हाथी विचरण कर रहे है। वहीं एक और हाथी गंगरेल डूबान में घूम रहा है। कसावाही, विश्रामपुर, तुमराबहार, खिरकीटोला, बोरिदखुर्द, बेलतरा, सोरम, भटगांव, बरपानी, मड़वापथरा, तुमाबुजुर्ग, गंगरेल, बरारी, भोयना, मरादेव में अलर्ट जारी किया है। वहीं 3 दंतैल हाथी केरेगांव और उत्तर सिंगपुर रेंज में है। इन हाथियों के मूवमेंट को ध्यान में रखकर बासीखाई, झुरातराई, कोटरवाही, भालूचुवा, डोंगरीपारा में अलर्ट जारी किया है।
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हाथी-मानव द्वंद्व रोकने नई गाइडलाइन
वहीं हाथी-मानव द्वंद्व को रोकने के लिए वन अफसरों ने नई गाइडलाइन तैयार की है। इसके मुताबिक हाथी से बचने के लिए मानव की आदर्श दूरी 250 मीटर होनी चाहिए। नर हाथी को पुरुष और मादा हथनी को महिला लिखा गया है। वहीं हाथियों के लिए अपराधी शब्द का इस्तेमाल और उन्हें कैद करने की बात की है। सींग और सायरन का प्रयोग और हाथियों की ओर बढ़ना कभी-कभी खतरनाक हो सकता है। क्षेत्र में संदिग्ध हाथियों की तलाश करें। इसके अलावा भी कई बिंदुओं को शामिल किया गया है।